उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क 50 साल में बरेली कैसा होगा इसको लेकर बरेली विकास प्राधिकरण ने खाका खींचा है. नाथ नगरी बरेली में पर्याटन को बढ़ावा देने के लिए रिवर फ्रंट तैयार किया जाएगा. बीडीए ने रामगंगा बैराज पर साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर रामगंगा रिवर फ्रंट को विकसित करने की योजना बनाई. इसके लिए बीते दिनों मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने बीडीए व सिंचाई विभाग के अफसरों के साथ रामगंगा का निरीक्षण किया था.
रिवरफ्रंट प्लान को लेकर विभिन्न विभागों ने रिपोर्ट बनाई. प्रोजेक्ट शासन को भेजा गया था. - योगेंद्र कुमार, सचिव बीडीए
डैम के पास नहीं रहती बाढ की संभावना, इसलिए प्लान
बीडीए अधिकारियों के अनुसार लखनऊ व कानपुर में बैराज के पास बने रिवरफ्रंट पर अब तक बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है. इसी आधार पर रामगंगा बैराज के पास भी रामगंगा रिवरफ्रंट विकसित करने की योजना बनाई है. अधिकारियों के अनुसार नेशनल क्लीन गंगा मिशन प्रमुख तौर पर नदी का बहाव व पर्यावरण को क्षति नहीं पहुंचे इस पर ध्यान देता है.
अफसरों ने सम्भावित भूमि का निरीक्षण कर योजना बनाई
रामगंगा नगर आवासीय योजना के पास 0 किमी का रिवर फ्रंट का खाका इस मकसद से बना की शहर में आने वाले पर्यटकों को सातों शिवमंदिर के दर्शन के साथ उनकी ऐतिहासिकता से परिचय कराया जाएगा. साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर रामगंगा और नकटिया में करीब दस किलोमीटर का रिवर फ्रंट की कार्ययोजना बनी. अधिकारियों ने रामगंगा तट, पीएसी की भूमि के मध्य स्थित रिक्त भूमि पर प्रस्तावित विकास परियोजना का मानचित्र देखकर रिवर फ्रंट के विकास को ग्रीन बेल्ट करने व बोट क्लब व पिकनिक अन्य विकास कार्य करवाते हुए रिवर फ्रन्ट बनाने के निर्देश दिये थे.
बस्ती न्यूज़ डेस्क