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Basti  फ्लाईओवर पर वोटों का हाईवे बना चले जाते हैं नेता

Dehradun हर संसदीय सीट पर पांच लाख वोटों से जीत का लक्ष्य

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  शहर के पूर्वी प्रवेश द्वार कहे जाने वाले जिला अस्पताल चौराहे पर रोजाना लगने वाला भीषण जाम किसी भी सियासी दल के नेताओं को दिखाई नहीं देता है. कितने चुनाव हुए लेकिन जाम के झाम से निजात दिलाने के लिए किसी भी दल के नेता ने पहल नहीं की. चुनाव दर चुनाव होते रहे, मतदाताओं ने कई बार सत्ता का बदलाव भी किया लेकिन किसी भी नेता ने इस मुद्दे को अपनी प्राथमिकताओं में नहीं रखा. कई बार तो जिला अस्पताल से चंद कदम दूर जाम में फंसे मरीज एबुंलेंस में ही दम तोड़ देते हैं.

अतिक्रमण होने के कारण चौराहा काफी संकरा हो गया है. इसके अलावा ठेले और खोमचे वाले कोढ़ में खाज की भूमिका अदा करते हैं. सुबह के वक्त संतकबीरनगर के नौकरीपेशा लोग और रोडवेज बसें चौराहे पर जाम झेलती हैं. इसी वक्त पूर्वी हिस्से में दो-तीन बड़े पब्लिक स्कूल और उनके वाहनों की लंबी कतारें जाम को और बढ़ा देती हैं. पूरे दिन ट्रैफिक के सिपाही जाम को खुलवाने में जूझते रहते हैं. किसी भी दल के नेता इस समस्या के जड़ पर प्रहार नहीं करना चाहता, अगर यहां एक फ्लाईओवर बन जाए तो जाम से निजात मिल सकती है. हर चुनाव की तरह राजनेता अपने वादों का हाईवे बनाकर जीत का स्वाद चखते हुए दिल्ली चले जाते हैं. पांच विधानसभा क्षेत्रों के .90 लाख से अधिक मतदाता बस प्रतिनिधि चुनने की जिम्मेदारी निभाते हैं. वहीं, हॉस्पिटल चौराहे से होकर प्रमुख स्कूलों, मेडिकल कॉलेज, रेलवे स्टेशन, रोडवेज, कचहरी जाने भी मुख्य मार्ग है. इधर, हॉस्पिटल चौराहे पर लगे बिजली के खंभे की वजह से जाम की समस्या बनी रहती है.

हर दिन गुजरते हैं 50 हजार वाहन

टीएसआई कामेश्वर सिंह के मुताबिक शहर के प्रमुख चौराहे जिला अस्पताल से हर दिन 50 हजार वाहन गुजरते हैं. खास कर ,  को यह संख्या और बढ़ जाती है. यातायात पुलिस सड़क पर जाम खुलवाती रहती है. लेकिन इससे स्थायी रूप से जाम की समस्या हल नहीं हो सकती.

जाम से ऐसे मिलेगी निजात

इसका स्थायी समाधान दो तरह से किया जा सकता है. पहला चौराहे के चारो मार्ग का चौड़ीकरण कर बीच में 0-0 मीटर तक डिवाइडर बनाया जाना चाहिए. चौराहे पर लगे ट्रॉफिक सिग्नल को चालू कराकर यातायात को नियंत्रित किया जा सकता है. मार्ग पर हुए स्थायी व अस्थायी अतिक्रमण को हर हाल में हटाया जाना चाहिए. दूसरा समाधान यह है कि फ्लाईओवर बनाकर जाम को नियंत्रित किया जा सकता है. यह फ्लाईओवर जिगना से कचहरी तक बनाकर बीच-बीच में आवश्यकतानुसार इस पर चढ़ने व उतरने का रास्ता बनाया जा सकता है. इससे कई दशक तक जाम की समस्या का समाधान हो सकेगा.

 

 

बस्ती  न्यूज़ डेस्क

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