उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेला कागजी साबित हो रहा है. मेला में न मरीज न डॉक्टर, जैसे-तैसे निपटाया जा रहा है. एलोपैथ के डॉक्टर नहीं हैं. फार्मासिस्ट जांच कर रहे और वार्ड ब्वाय दवा बांट रहे. यही नहीं आयुष के डॉक्टर ही पीएचसी के प्रभार बनकर जांच कर रहे.
जिले के 39 पीएचसी पर मेला लगा. यहां एलोपैथ के डॉक्टर की ही तैनाती होनी चाहिए, लेकिन अधिकतर पीएचसी पर आयुष और यूनानी के ही डॉक्टर मरीजों का उपचार कर रहे. नगरीय पीएचसी बरहदिया और नहरिया में भी जैसे-तैसे मेला निपटाया जा रहा है. गौर संवाद के अनुसार पीएचसी बेलघाट में 37 मरीज आए. जिनको डॉ. प्रेमचंद ने परामर्श दिया. फार्मासिस्ट राजेश कुमार सिंह ने दवाएं दी. मुसहा पीएचसी में आयुष के डॉ. नफीस खान ने 47 मरीजों को परामर्श दिया. फार्मासिस्ट राम सुरेश वर्मा ने दवाएं बांटी. पीएचसी न्यू हलुवा बाजार में डॉक्टर नहीं थे. यहां 41 मरीजों को फार्मासिस्ट रामतौल जायसवाल ने जांच की और दवाएं दी. फार्मासिस्ट बीआर प्रजापति, वार्ड ब्वॉय रवीश मणि त्रिपाठी ने सहयोग किया.
सांऊघाट संवाद के अनुसार पीएचसी पैंड़ा खरहरा के राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में डॉ. इन्द्रबहादुर यादव ने 11 मरीजों की जांच की. फार्मासिस्ट राधेश्याम चौधरी ने दवाएं दी. राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय में डॉ. वंदना शर्मा ने 16 मरीजों को परामर्श दी. फार्मासिस्ट अजीत कुमार सिंह ने दवाएं दी.
मेला में पहुंचे रोगी, जांच कर दी गईं दवाएं
पीएचसी इंदौली में स्वास्थ्य मेला में 18 रोगियों का उपचार किया गया. डॉ. उमेश कुमार ने जांच कर दवाएं दी. खांसी, जुकाम, बुखार के रोगी आए. फार्मासिस्ट अनिल कुमार वर्मा ने सहयोग किया. वार्ड व्वाय रहमान, राजेंद्र कुमार मौजूद रहे. पीएचसी काशीपुर में डॉ. विपिन कुमार ने 16 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया. पीएचसी बेलभरिया रामगुलाम में नौ रोगी पंजीकृत हुए. डॉ. आनंद भारती ने जांच कर दवाएं दी.
बस्ती न्यूज़ डेस्क