उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क सुबह केडीसी के पास 33/11 केवी बिजली सबस्टेशन अमहत के सिविल लाइन फीडर पर पोल पर चढ़ने वाले लाइनमैन की करंट लगने से मौत हो गई. उधर, आक्रोशित लोगों ने मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने शवों को सड़क पर रख कर प्रदर्शन किया. इस घटना से अधिकारी दहशत में हैं। बताया जा रहा है कि जिस फीडर का शटडाउन लिया गया, उसकी जगह दूसरे फीडर पर गलती से काम करने से हादसा हो गया. जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है।
अमहट सब स्टेशन पर पदस्थापित ठेका लाइनमैन रामजी (40) निवासी रामजी (40) वाल्टरगंज फाल्ट को ठीक करने केडीसी के सामने पहुंचे। सबस्टेशन से शटडाउन लिया और खंभे पर चढ़ गए। इस दौरान वह करंट की चपेट में आकर गिर गया। मौके पर मौजूद साथी उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद आक्रोश फैल गया। परिजनों ने अधीक्षण अभियंता विद्युत कार्यालय के सामने शव को मालवीय रोड पर रख कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. परिजनों ने बेटे सुधांशु (18) को मुआवजा व नौकरी देने की मांग की। समाजसेवी बबीता शुक्ला के नेतृत्व में परिवार के सदस्यों व ठेका श्रमिक संघ के पदाधिकारियों ने बिजली विभाग के अधिकारियों से बातचीत शुरू की. विद्युत वितरण प्रमंडल प्रथम के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार गौर की मांगों के समर्थन में लिखित पत्र पढ़कर सभी को बताया. कार्यपालन यंत्री ने बताया कि मृतक रामजी के पुत्र रामजी को संविदा पर नौकरी प्रदान की जायेगी तथा परिवार के सदस्यों को नियमानुसार बीमा की राशि प्रदान की जायेगी। शव का अंतिम संस्कार करने के लिए अधिकारियों की मदद से परिवार के सदस्यों को एक लाख रुपये की नकद राशि दी जा रही है। आश्वासन के बाद परिजन मान गए। रौता चौकी प्रभारी अरविंद कुमार यादव ने शव को सड़क से हटाकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय के गेट पर रखवा दिया. इस अवसर पर मुख्य अभियंता गुलाम मुस्तफा, अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार आर्य, एसडीएम सदर शैलेश दुबे उपस्थित थे.
बस्ती न्यूज़ डेस्क