Samachar Nama
×

बाड़मेर में टूरिस्ट की फोटोग्राफी को लेकर मंदिर में भिड़े फोटोग्राफर, वीडियो में देखें लाठी, सरिए चलाए, ट्रस्ट ने निरस्त किया टेंडर

टूरिस्ट की फोटोग्राफी को लेकर मंदिर में फोटोग्राफर भिड़े

बाड़मेर के चौहटन थाना इलाके में स्थित विरात्रा माता मंदिर परिसर में सोमवार को दो फोटोग्राफी गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई। विवाद का कारण मंदिर में टूरिस्ट फोटोग्राफी का तेंडर था। दोनों पक्षों के लोग लाठियों और सरियों से लैस होकर आपस में भिड़ गए। मारपीट की इस घटना के दौरान मंदिर परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और महिलाएं भी खड़े होकर इस हिंसा को देखकर सहम गईं।

मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, विवाद का वीडियो सामने आते ही फोटोग्राफी का तेंडर तत्काल निरस्त कर दिया गया। ट्रस्ट ने कहा कि यह घटना अस्वीकार्य है और किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

चौहटन के पुलिस निरीक्षक (CI) ललित किशोर ने मीडिया को बताया कि वीडियो संज्ञान में आने के बाद दोनों पक्षों की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा कि फिलहाल दो युवकों को डिटेन किया गया है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है। उन्होंने कहा, "जैसी भी रिपोर्ट हमें मिलेगी, वैसी कार्रवाई की जाएगी।"

वीडियो में देखा जा सकता है कि दोनों गुट लाठियों से लैस होकर एक-दूसरे पर टूट पड़े। किसी ने सरिया निकालकर पीछा किया तो कोई कमरे में घुसकर मारपीट करता रहा। इस हिंसा की वजह से मंदिर परिसर में सुरक्षा और शांति व्यवस्था बाधित हुई।

स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर परिसर में इस तरह की हिंसा पहले कभी नहीं देखी गई। ट्रस्ट और पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया के बावजूद भक्त और पर्यटक डर के मारे बाहर खड़े रहे। कई महिलाओं और बुजुर्गों को घटना के दौरान मानसिक आघात भी पहुंचा।

विशेषज्ञों का कहना है कि धार्मिक स्थलों में इस प्रकार की हिंसा न केवल धार्मिक माहौल को प्रभावित करती है, बल्कि सामाजिक और प्रशासनिक व्यवस्था पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है। उन्होंने प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट से अपील की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा और प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था की जाए।

पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोनों पक्षों की पहचान के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही मंदिर ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने और मंदिर परिसर में शांति बनाए रखने के लिए विशेष कदम उठाने की बात कही है।

इस घटना ने religious tourism और फोटोग्राफी तेंडर जैसी व्यवस्थाओं में पारदर्शिता और नियमों का पालन करने की आवश्यकता को भी उजागर किया है।

Share this story

Tags