बाड़मेर में गैंगरेप के बाद बेटी पानी के टांके में कूदी, पीड़िता की मां बोली- आरोपियों ने घर से ही उठा लिया

बाड़मेर जिले के रामसर क्षेत्र में रहने वाली एक किशोरी ने 5 दिन पहले 23 मई को पानी की टंकी में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया था। गनीमत रही कि समय रहते लड़की के परिजनों को इसकी जानकारी मिल गई। लड़की को तुरंत पानी की टंकी से बाहर निकालकर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। उसकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।
मां बोली- बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ
चार दिन बाद इस मामले में नया मोड़ आ गया है। लड़की की मां ने तीन युवकों पर उसे घर से अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। परेशान लड़की ने टंकी में कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की। इसी कारण उसने पानी की टंकी में कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की।
तीन लड़के उसे घर से अगवा कर ले गए
रामसर थाना पुलिस के अनुसार लड़की के आत्महत्या के प्रयास की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची और पीड़िता के बयान दर्ज किए। सगीरा ने पर्चे में सामूहिक दुष्कर्म के बारे में कुछ नहीं बताया। पीड़िता की मां के अनुसार 23 मई को दोपहर में सगीरा घर पर अकेली थी। इसका फायदा उठाकर तीन लड़कों ने उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर उसे सुनसान जगह पर छोड़कर भाग गए।
किशोरी का अस्पताल में इलाज चल रहा है
किसी तरह पीड़िता घर पहुंची और घर पहुंचकर उसने पानी की टंकी में कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की। लेकिन उसे बचा लिया गया। इसका कारण पूछने पर पीड़िता ने सारी बात बताई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और बयान लेने के बाद भी चली गई। आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया। सगीरा अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
"किशोरी ने सामूहिक दुष्कर्म का जिक्र नहीं किया"
इस मामले को लेकर रामसर डीएसपी मानाराम गर्ग ने बताया कि पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास किया है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़िता के बयान लिए, जिसमें नाबालिग ने सामूहिक दुष्कर्म की बात नहीं कही। अब पीड़िता की मां आरोप लगा रही है, इसलिए पूरे मामले की गहनता से जांच की जाएगी।