
स्कूलों में बच्चों के बीच दंगे होना आम बात है, लेकिन कभी-कभी ये दंगे इतने बढ़ जाते हैं कि मामला गंभीर रूप ले लेता है। राजस्थान के बाड़मेर जिले के सियाणी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने सभी को चौंका दिया है। यहां एक महिला टीचर ने 80 से ज्यादा लड़कियों को च्युइंग गम चबाने पर न सिर्फ डांटा बल्कि उनकी पिटाई भी की। इस घटना के बाद छात्र अपनी शिकायत लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे और न्याय की मांग की।
पूरा मामला क्या है?
27 जनवरी को हुई इस घटना में 200 से अधिक लड़कियां पढ़ाई कर रही थीं, तभी महिला टीचर ने कुछ लड़कियों को क्लास में च्यूइंग गम खाते हुए देखा। इसके बाद उन्होंने उन 80 लड़कियों की बुरी तरह पिटाई शुरू कर दी। छात्रों का कहना है कि उन्हें न केवल हाथों से बल्कि डंडों से भी पीटा गया।
परिजनों का आरोप है कि इस मामले में महिला टीचर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो। इस मामले को लेकर आरएमएसए के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक तनुराम का कहना है कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच में यदि महिला शिक्षिका दोषी पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर से शिकायत
छात्रों ने कलेक्टर से कहा कि महिला शिक्षिका ने उन्हें बुरी तरह पीटा है और घटना के बाद उनकी मानसिक स्थिति भी खराब हो गई है। छात्रों के परिजन भी स्कूल पहुंचे और घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। यद्यपि घटना की गहन जांच की जा रही है, लेकिन इससे स्कूल के माहौल पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। जिन छात्रों की पिटाई की गई, उनकी उम्र 15 वर्ष से कम बताई जा रही है।