Bareli फर्जी दस्तावेजों पर था रमनदीप का पेट्रोल पंप, बीडीए से नक्शा भी नहीं मंजूर

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क भूमाफिया गैंग के लीडर एवं एलायंस बिल्डर्स के डायरेक्टर रमनदीप सिंह के खिलाफ थाना कैंट में धोखाधड़ी का एक और मुकदमा दर्ज कराया गया है. आरोप है कि उसने महानगर में डीजल पेट्रोल पंप का लाइसेंस लेने में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया. इस जमीन पर पेट्रोलपंप लगाने के लिए संपत्ति परिवर्तन में एलायंस के एमडी अरविंदर सिंह और बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर ने भी उसका सहयोग किया.
यह रिपोर्ट कैंट इंस्पेक्टर बलवीर सिंह ने दर्ज कराई है. उनका कहना है कि रमनदीप समेत छह के खिलाफ दर्ज गैंगस्टर के मामले की विवेचना के दौरान सामने आया कि ग्राम धौरेरा माफी में एलायंस बिल्डर्स द्वारा गाटा संख्या 520/691 की 1900 वर्ग मीटर जमीन की 284 वर्ग मीटर जमीन पर बैंक और लीफ पेट्रोल पंप स्थापित किया गया है. एलायंस बिल्डर्स के एमडी अरविंदर सिंह बग्गा, डायरेक्टर रमनदीप सिंह, बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच मैनेजर ने 18 फरवरी 2013 को अपनी संपत्ति को परिवर्तित करने के उद्देश्य से इस भूमि को अर्बन डेवलपर्स से जीएस फ्यूल में परिवर्तित किया. इस जमीन का बैनामा गोविंद प्रकाश आहूजा ने रमनदीप सिंह की मां महेंद्र कौर के नाम किया.
भौतिक सत्यापन में खुला फर्जीवाड़ा इंस्पेक्टर बलवीर सिंह का कहना है कि राजस्व विभाग द्वारा जब रमनदीप सिंह और उसके गैंग की संपत्तियों का भौतिक सत्यापन कराया गया तो पता चला कि यह पेट्रेालपंप गाटा संख्या 520/691 पर स्थापित है. बीडीए द्वारा 17 अप्रैल 2023 को जारी पत्र में भी पेट्रोलपंप को इसी गाटा संख्या पर होने की बात कही गई है. जब जिला आपूर्ति अधिकारी से जानकारी की गई तो पता चला कि धौरेरा माफी के गाटा संख्या 511 पर पेट्रोलपंप लगाने की एनओसी जारी की गई है. उसी आधार पर रमनदीप सिंह को डीजल लाइसेंस संख्या 139 जारी किया गया.
पुलिस की जांच में सामने आया कि बीडीए ने 17 अप्रैल 2023 को अपने पत्र में कहा कि गाटा संख्या 520/691 में स्थापित पेट्रोल पंप के मानचित्र को लेकर 27 जुलाई 2004 को रमनदीप सिंह ने स्वीकृति हेतु आवेदन किया था. मगर पेट्रोल पंप का मानचित्र स्वीकृत नहीं किया गया. इसके बावजूद वहां पेट्रोल पंप, बैंक और होटल का संचालन किया जा रहा था.
बरेली न्यूज़ डेस्क