उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) गांवों की सूरत बदलने जा रहा है. ग्रेटर बरेली टाउनशिप में भूमि अधिग्रहण का मसौदा तैयार करने के बाद अब प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने की तैयारी तेज हो गई है. पुरानी रामगंगा नगर परियोजना के बाद बीडीए ग्रेटर बरेली बसाने जा रहा है. शासन से भी 400 करोड़ का बजट मिल गया है.
ग्रेटर बरेली आठ गांवों की भूमि अधिग्रहण कर बसाने की योजना को अमलीजामा पहलाने की तैयारी है. इन गांवों की भूमि अधिग्रहण करने की अड़चनें दूर हो गई है. भूमि अधिग्रहण के लिए दर निर्धारित की जा चुकी हैं. अब सिर्फ प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने की तैयारी में प्राधिकरण की टीमें लग गई है.
बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए ने बताया कि प्रोजेक्ट पर तेजी से काम किया जा रहा है. सभी तैयारियों को लेकर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. शासन से भी कई किश्तों के रूप में बजट मिला है. जल्द ही इस प्रोजेक्ट की सुविधाएं जनता को मिलेंगी.
इन गांवों की सुधरेगी तस्वीर
बीडीए ने ग्रेटर बरेली को विकसित करने के लिए करीब आठ गांवों की जमीन को चिन्हित किया था. इन गांवों को शहर जैसी सुविधाएं मिलेंगी. ग्रामीणों का कहना है कि कई सालों से विकास को तरस रहे लोग अब सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे. कचौली, कंथरी, अहरोला, मोहनपुर उर्फ रामनगर, नवदिया झादा, बालीपुर अहमदपुर, इटौआ बेनीराम और डोहरिया जैसे गांव के किसान, निवासी ग्रेटर बरेली को लेकर काफी खुश हैं.
बरेली न्यूज़ डेस्क