उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मझगवां ब्लॉक के भोजपुर मढ़ी गांव की गोशाला में चार गोवंश की मौत के मामले में बीडीओ अनुज कुमार घिर गए हैं. जांच में बीडीओ की लापरवाही भी सामने आई है. सीडीओ ने लापरवाह बीडीओ को एंड्रवर्स एंट्री दे दी. साथ ही ब्लॉक से हटाकर मुख्यालय से अटैच कर दिया.
पिछले सप्ताह भोजपुर मढ़ी की गोशाला में ठंड और भूख से चार गोवंश की मौत हो गई थी. गोवंश की मौत पर विहिप कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था. गोशाला की दुर्दशा के वीडियो भी वायरल किए गए थे. मामला सीएम ऑफिस तक पहुंच गया था. डीएम के निरीक्षण के दौरान भी गोशाला में खामियां मिली थीं. पीडी डीआरडीए और सीवीओ की जांच में पंजीकृत गोवंश की मौके पर कम मिले थे. चारा की खरीद में 2.06 लाख का घोटाला भी पाया गया था. मामले को गंभीरता को लेते हुए सचिव शशि शेखर को निलंबित कर दिया गया था. प्रधान-सचिव और पशु डॉक्टर पर बीडीओ ने चारा घोटाले के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था. पशु चिकित्सकों ने इसका विरोध कर दिया. डीएम से मुलाकात कर पशु चिकित्सकों ने जीओ की बारे में जानकारी दी थी. जीओ के मुताबिक पशु चिकित्सकों को सिर्फ बीमार पशुओं का उपचार करना होता है. पशु चिकित्सकों ने बीडीओ के खिलाफ कार्रवाई न होने पर सवाल भी उठाए थे. मामले को गंभीरता से लेते हुए लापरवाह बीडीओ अनुज कुमार को एडवर्स एंट्री दे दी गई. साथ ही जिला मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया.
एफआईआर कराने वाला खुद लापरवाह
बीडीओ ने चारा खरीद में गड़बड़ी के मामले में प्रधान-सचिव और पशु चिकित्साधिकारी पर एफआईआर दर्ज कराई थी. जबकि चारा खरीद और गोशाला की निगरानी की जिम्मेदारी बीडीओ की होती है. जांच में लापरवाही सामने आने के बाद बीडीओ पर कार्रवाई का शिकंजा कस गया है. बीडीओ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.
वार्ता के बाद सचिवों ने कार्य बहिष्कार टाला
सचिव पर दर्ज कराई गईं दोनों एफआईआर को वापस लेने के लिए ग्राम पंचायत और ग्राम विकास अधिकारी संघ ने 15 तक का अल्टीमेटम दिया था. एफआईआर वापस न होने पर 16 से कार्य बहिष्कार का ऐलान किया था. सीडीओ से वार्ता के बाद संघ ने कार्य बहिष्कार स्थगित कर दिया.
भोजपुर गोशाला मामले में मझगवां बीडीओ की लापरवाही भी सामने आई है. बीडीओ को ब्लॉक से हटा दिया गया है. उनको एडवर्स एंट्री दी गई है. -जग प्रवेश, सीडीओ
बरेली न्यूज़ डेस्क

