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बांसवाड़ा की रिहायशी कॉलोनी में लेपर्ड की मूवमेंट, वीडियो में जानें टॉर्च की रोशनी देख जंगल में भागे

बांसवाड़ा की रिहायशी कॉलोनी में लेपर्ड की मूवमेंट, वीडियो में जानें टॉर्च की रोशनी देख जंगल में भागे

बांसवाड़ा शहर और उसके ग्रामीण इलाकों में तेंदुए (लेपर्ड) की लगातार गतिविधियों ने स्थानीय निवासियों में डर का माहौल बना दिया है। शुक्रवार रात को माही सरोवर कॉलोनी में एक तेंदुआ देखा गया, जो करीब आधे घंटे तक सिविल डिफेंस के क्वार्टर के पीछे बनी बाउंड्री वॉल पर बैठा रहा

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेंदुआ अचानक कॉलोनी की बाउंड्री पर आ पहुंचा और वहीं स्थिर बैठा रहा। लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक वह शांति से उठकर पीछे के वन क्षेत्र की ओर लौट गया। इस दृश्य को कई लोगों ने अपने मोबाइल फोन में कैद भी किया।

कॉलोनी में दहशत का माहौल

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब कॉलोनी के आसपास तेंदुआ देखा गया हो। बीते कुछ हफ्तों में ग्राम्य क्षेत्रों और शहर की सीमाओं पर भी तेंदुए की गतिविधियां देखी गई हैं।

एक निवासी ने बताया –

“हमने रात करीब 10 बजे तेंदुए को बाउंड्री पर बैठा देखा। पहले तो हमें यकीन नहीं हुआ, लेकिन जब वो करीब 30 मिनट तक वहीं बैठा रहा, तब डर और बढ़ गया। हमने बच्चों और महिलाओं को तुरंत घर के अंदर कर लिया।”

वन विभाग को सूचना, गश्त तेज

घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कॉलोनी क्षेत्र की निगरानी बढ़ा दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, तेंदुआ संभवतः पास के झाड़ियों और जंगलों से भोजन की तलाश में आबादी क्षेत्र में घुस आया था।

वन विभाग अधिकारी ने बताया –

"हमने उस इलाके में कैमरा ट्रैप लगाने और रात्रिकालीन गश्त बढ़ाने की योजना बनाई है। लोगों से अपील है कि रात के समय घर से बाहर न निकलें और बच्चों को अकेले न छोड़ें।"

क्यों बढ़ रही है मूवमेंट?

वन्यजीव विशेषज्ञों के मुताबिक, आबादी बढ़ने और वन क्षेत्र सिमटने के कारण जंगली जानवरों का शहर की ओर आना अब आम हो चला है। गर्मी के कारण पानी और शिकार की कमी भी इनकी मूवमेंट को आबादी क्षेत्र की ओर धकेल रही है।

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