वीडियो में देखें सरिस्का में टाइग्रेस ने 10 फीट ऊंची तारबंदी पर छलांग लगाई, टूरिस्ट भी रह गए हैरान
अलवर के सरिस्का के जंगल में टाइग्रेस एसटी 9 ने 10 फीट ऊंची तारबंदी पर छलांग लगाकर सबको हैरान कर दिया। यह रोमांचकारी नजारा एक टूरिस्ट ने कैमरे में भी कैद कर लिया। वन्यजीव प्रेमियों और टूरिस्टों के लिए यह दृश्य बेहद आकर्षक और मनोरम रहा।
जानकारी के अनुसार, टाइग्रेस एसटी 9 एक दिन पहले ही बाघ एसटी 2304 के साथ अलवर-जयपुर रोड के बीच में दिखाई दी थी। पिछले लगभग एक महीने से टाइग्रेस और टाइगर की कई बार साइटिंग हुई हैं और कई बार ये दोनों एक साथ भी देखे गए हैं। वन्यजीव अधिकारियों का कहना है कि दोनों का एक साथ दिखाई देना टूरिस्ट के लिए सरिस्का में रोमांच का केंद्र बन गया है।
सरिस्का आने वाले टूरिस्टों के लिए यह अनुभव खास है। टाइग्रेस और टाइगर की साइटिंग ने टूरिस्टों को बार-बार इस नेशनल पार्क की ओर खींचा है। वन्यजीव प्रेमी और फोटोग्राफर टाइगर और टाइग्रेस की हरकतों को कैमरे में कैद करने के लिए खास तैयारी करते हैं।
इस बार टाइग्रेस एसटी 9 ने टूरिस्ट की जिप्सी के सामने केंटरा से सीधे 10 फीट ऊंची तारबंदी पर छलांग लगाई। यह नजारा देखकर टूरिस्ट दंग रह गए। कुछ लोगों को पहले लगा कि बाघिन हमला कर सकती है, लेकिन टूरिस्ट गाइड ने उन्हें शांत करते हुए बताया कि ऐसा कुछ नहीं होगा।
वन्यजीव अधिकारियों ने कहा कि सरिस्का के सदर के जंगल में अब टाइगर और टाइग्रेस आसानी से दिखाई देते हैं। पर्यावरण और जंगल संरक्षण के प्रयासों का ही नतीजा है कि बाघ-बाघिन इतनी खुली जगह पर दिख रहे हैं। इससे न सिर्फ टूरिज्म को बढ़ावा मिला है, बल्कि वन्यजीवों के अध्ययन के लिए भी यह महत्वपूर्ण अवसर है।
विशेषज्ञों का कहना है कि टाइग्रेस एसटी 9 और टाइगर एसटी 2304 के आसपास बार-बार दिखाई देने से यह संकेत मिलता है कि ये बाघ सुरक्षित और स्वस्थ हैं। इसके साथ ही, यह दर्शाता है कि सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या और उनकी सक्रियता में वृद्धि हुई है।
वन विभाग ने टूरिस्टों से भी अपील की है कि वे बाघ और अन्य वन्यजीवों के पास अधिक न जाएं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें। बाघ और बाघिन की साइटिंग मनोरंजक है, लेकिन वन्यजीवों के स्वाभाविक व्यवहार का सम्मान करना जरूरी है।
सरिस्का में टाइगर और टाइग्रेस की साइटिंग ने पर्यटन को नई दिशा दी है। टूरिस्ट अब कैमरे और जिप्सी के साथ बार-बार जंगल में आने लगे हैं। वन्यजीव प्रेमी और फोटोग्राफर भी इस रोमांचक दृश्य का अनुभव करने के लिए विशेष तौर पर सरिस्का की यात्रा कर रहे हैं।
इस घटना ने यह भी साबित कर दिया कि प्रकृति और वन्यजीवों के बीच रोमांचक क्षण कभी भी सामने आ सकते हैं, जो टूरिस्ट और पर्यावरण प्रेमियों के लिए यादगार अनुभव बन जाता है।

