कावड़ शोभा यात्रा में करंट लगने से दो कावड़ियों की मौत, गांव में पसरा सन्नाटा
लक्ष्मणगढ़ के बिचगांव गांव में कावड़ शोभा यात्रा के दौरान एक दुखद हादसा हो गया, जिसमें दो कावड़ियों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब कावड़ यात्रा के दौरान अचानक करंट फैल गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। इस घटना ने पूरे गांव के माहौल को गहरे शोक में डुबो दिया।
हादसे का विवरण
घटना बिचगांव गांव के कावड़ शोभा यात्रा के दौरान हुई। यात्रा के दौरान एक बिजली का तार टूटकर गिरा, जिससे करंट फैल गया। इस घटना में दो कावड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल भेजा गया। लेकिन इस दुर्घटना के कारण गांव में खुशी का माहौल छिन्न-भिन्न हो गया और लोग गहरे सदमे में हैं।
गांव में पसरा शोक
इस हादसे के बाद गांव में एक अजीब सी खामोशी छा गई। इस घटना के बाद पूरे गांव में चूल्हा नहीं जला, लोग भूखे और प्यासे रहे, क्योंकि पूरे गांव का ध्यान हादसे में घायल हुए लोगों और मृतकों के परिवारों पर केंद्रित था।
टीना की दुखद कहानी
इस हादसे का सबसे दर्दनाक पहलू टीना की कहानी है, जो इस हादसे के बाद गहरे शोक में डूब गई। टीना की शादी के महज 4 महीने हुए थे और वह अपने पति के साथ कावड़ चढ़ाने का इंतजार कर रही थी। उनका सपना था कि वह अपने पति के साथ मिलकर कावड़ चढ़ाएं और फिर गांव में हवन करें। लेकिन इस घटना ने उनके सपनों को चूर-चूर कर दिया। उनका पति कावड़ लेने के लिए गया था और वह हादसे का शिकार हो गया। इस तरह टीना का सुहाग उजड़ गया और उनके जीवन के सबसे खुशहाल दिनों में अचानक ग़म ने घर कर लिया।
गांव में उत्सव की जगह मातम
गांव में कावड़ यात्रा का आयोजन एक बड़े उत्सव की तरह होता है, जिसमें सम्पूर्ण गांव भाग लेता है और उल्लासपूर्ण माहौल बनता है। लेकिन इस हादसे ने उत्सव की जगह मातम में बदल दिया है। मृतकों के परिवारों में गहरा शोक है और घायल लोग इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती हैं।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने मुआवजा देने की घोषणा की है और साथ ही इस हादसे की जांच के लिए जांच कमेटी बनाई है। अधिकारियों ने कहा कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

