
राजस्थान में एक बार फिर दक्षिण पश्चिमी मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। इसी क्रम में सोमवार सुबह अलवर जिले में हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया। करीब 4 घंटे तक लगातार हुई बारिश से शहर की सड़कें दरिया बन गईं और कई इलाकों में पानी भर जाने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सुबह करीब 6 बजे शुरू हुई बारिश रुक-रुक कर करीब 10 बजे तक जारी रही। इस दौरान शहर और आसपास के क्षेत्रों में 3 इंच से ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग के मुताबिक, यह बारिश दक्षिण पश्चिमी मानसून की सक्रियता का असर है, जो आने वाले दिनों में और तेज हो सकता है।
बारिश इतनी तेज थी कि शहर की कई प्रमुख सड़कों पर करीब तीन फीट तक पानी भर गया। इससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। खासतौर पर पुराना बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन रोड, भगत सिंह सर्किल, अजमेर रोड, कंपनी बाग और स्टेशन क्षेत्र जैसे इलाकों में जलभराव की स्थिति सबसे ज्यादा देखने को मिली। कई दोपहिया वाहन पानी में बंद हो गए, जबकि चार पहिया वाहन धीमी गति से रेंगते नजर आए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण हर साल बारिश के दौरान यही हाल होता है। नालों की सफाई समय पर नहीं होने के कारण पानी का बहाव रुक जाता है और सड़कों पर जमा हो जाता है। कुछ दुकानदारों ने बताया कि बारिश का पानी उनकी दुकानों के अंदर तक घुस गया, जिससे सामान खराब हो गया और आर्थिक नुकसान भी हुआ।
शहरवासियों को भारी बारिश के कारण बिजली आपूर्ति में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई इलाकों में फाल्ट की वजह से बिजली घंटों गुल रही। नगर परिषद की टीमें जलभराव वाले इलाकों में पंपों के जरिए पानी निकालने के प्रयास में लगी हुई हैं, लेकिन रफ्तार धीमी होने के कारण लोगों की समस्याएं बनी हुई हैं।
प्रशासन की ओर से कहा गया है कि शहर में जलभराव की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और जल्द से जल्द पानी की निकासी की जाएगी। साथ ही, नागरिकों से अपील की गई है कि वे अत्यधिक बारिश के दौरान घर से बाहर निकलने से बचें और सतर्क रहें।
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 48 घंटों में पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है। ऐसे में जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल को अलर्ट मोड पर रखा गया है