राजस्थान के अग्निवीर को बड़े भाई ने दी अंतिम विदाई, वीडियो में देखें 1.5KM लंबी तिरंगा यात्रा निकाली

देश की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाने वाले अग्निवीर सिपाही संजीव सैनी का सोमवार को उनके पैतृक गांव तिजारा (जिला खैरथल तिजारा) में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जम्मू के एम्पला चौक पर ड्यूटी के दौरान हुए सड़क हादसे में अग्निवीर संजीव सैनी का दुखद निधन हो गया था। अंतिम संस्कार के दौरान हर आंख नम थी और पूरे गांव ने अपने वीर सपूत को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी। संजीव को उनके बड़े भाई राहुल सैनी ने मुखाग्नि दी।
ड्यूटी के दौरान हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, संजीव सैनी जम्मू में एम्पला चौक के पास तैनात थे। रविवार को ड्यूटी के दौरान वह एक सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए। हादसा इतना गंभीर था कि उन्हें मौके पर ही मृत घोषित कर दिया गया। सेना और स्थानीय प्रशासन ने परिजनों को घटना की सूचना दी, जिसके बाद संजीव का पार्थिव शरीर सैन्य वाहन द्वारा उनके गांव लाया गया।
सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई
सोमवार को पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ संजीव का अंतिम संस्कार तिजारा में किया गया। सेना की टुकड़ी ने उन्हें गारद सम्मान (Guard of Honour) दिया और फायरिंग कर अंतिम सलामी दी।
स्थानीय प्रशासन के अधिकारी, पुलिस विभाग और बड़ी संख्या में ग्रामीण जन अंतिम यात्रा में शामिल हुए। जैसे ही पार्थिव शरीर तिजारा पहुंचा, गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
गर्व और ग़म का मिला-जुला माहौल
गांव वालों और परिवार के लिए यह गर्व और ग़म का मिला-जुला क्षण था। परिवार ने कहा कि संजीव को बचपन से ही देशभक्ति की भावना थी और वे हमेशा सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहते थे।
पिता ओमप्रकाश सैनी ने कहा, "हमें गर्व है कि हमारा बेटा देश सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुआ, लेकिन उसका जाना हमारे लिए बहुत बड़ा आघात है।"
अग्निपथ योजना के अंतर्गत कर रहे थे सेवा
संजीव सैनी भारतीय सेना में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर के रूप में चयनित हुए थे। युवा अवस्था में ही उन्होंने सैन्य सेवा को चुना और देश की सेवा में समर्पित हो गए। उनका यह बलिदान देश के युवाओं को प्रेरणा देगा, जो सेना में जाने का सपना देखते हैं।