उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क फर्जी विवाह प्रमाण पत्र लगाकर दंपती सुरक्षा अनुतोष की याचना करना दंपती भारी पड़ गया. प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने पर दंपती के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. कैंट थाने के उपनिरीक्षक जीपी पांडेय की तहरीर पर प्रीति, भूपेंद्र व अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
कैंट थाने में तैनात प्रशिक्षु उपनिरीक्षक गया प्रसाद पांडेय ने तहरीर दी है कि प्रीति व भूपेन्द्र निवासी मोहल्ला जटवा कालोनी, थाना दिदोली, अमरोहा ने अपना विवाह संस्कार दिनांक 22 जुलाई का होने का उल्लेख करते हुए विवाह संस्कार प्रमाण पत्र की प्रति याचिका में संलग्न कर दंपती सुरक्षा अनुतोष की याचना हाईकोर्ट में किया है. याचिका में हरीशवर्धन सिंह प्रभारी निरीक्षक कोतवाली डिडौली अमरोहा ने चार को जांच आख्या हाईकोर्ट में दाखिल की. इसमें उल्लेख है कि पीएन मिश्रा मंत्री आर्य समाज चौक प्रयागराज की ओर से लिखकर दिया है कि याचीगण का विवाह संस्कार नहीं कराया गया और न ही प्रमाण पत्र निर्गत किया गया, विवाह प्रमाण पत्र पूर्णतया फर्जी एवं कूटरचित प्रतीत होता है. इस पर कैंट पुलिस केस दर्जकर मामले की जांच कर रही है. गौरतलब है कि पूर्व में भी ऐसे मामले सामने आए थे, जिसमें केस दर्ज कर जांच की जा रही है. साथ ही कैंट पुलिस ने फर्जी विवाह प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह को पकड़ा है.
एनएबीएच प्रमाण पत्र के लिए डॉक्टर से ठगी
जार्जटाउन में एक डॉक्टर से अस्पताल के एनएबीएच पंजीकरण के नाम पर धोखाधड़ी और कूट रचना का सनसनीखेज मामला सामने आया है. परेशान डॉक्टर ने पुलिस से शिकायत की लेकिन कार्रवाई न होने पर कोर्ट से गुहार लगाई. कोर्ट के आदेश पर जार्जटाउन पुलिस केस दर्ज किया.
कर्नलगंज निवासी डॉ. शरद कुमार साहू का जार्जटाउन में ऊषा हास्पिटल है.भर्ती मरीजों को सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए अस्पताल का एनएबीएच से पंजीकृत होना जरूरी है. पंजीकरण के लिए धीरज श्रीवास्तव निवासी पुराना कटरा से संपर्क किया. उसने 1.79 लाख रुपये हड़प लिए.
इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क