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Allahbad नरेंद्र गिरि की आत्महत्या की फिर से हो जांच हरि गिरि

Ajmer पजामा फाड़कर फंदा बनाया, जेल में की आत्महत्या : पत्नी की हत्या का आरोप
 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री व जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मलीन महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या के मामले में दूसरी एजेंसी से जांच की मांग उठाई है. महंत हरिगिरि ने कहा कि अब तक की जांच की प्रक्रिया से वो संतुष्ट नहीं हैं. एक बार फिर से जांच होने के बाद सच्चाई सामने आएगी.

प्रयागराज माघ मेला में आए अखाड़ा परिषद के महामंत्री ने  कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत हुए दो साल से अधिक समय बीत चुका है. इस दौरान जांच हुई, लेकिन आत्महत्या के कारण आज भी स्पष्ट नहीं हो सके हैं. रिपोर्ट और वास्तविक दोषी सामने आने में इतना वक्त लगने पर संत ने जांच पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि इस प्रकरण पर एक बार फिर नए सिरे से नई एजेंसी को जांच करनी चाहिए. जिससे आत्महत्या के स्पष्ट कारण सामने आएंगे. सच्चा दोषी जो भी हो उस पर कार्रवाई होगी. महंत नरेंद्र गिरि ने 20 सितंबर 2021 को बाघम्बरी मठ में आत्महत्या कर ली थी.
इस घटना के बाद सीबीआई को जांच सौंपी गई. लंबी प्रक्रिया के बाद सीबीआई ने जांच पूरी की, लेकिन वास्तविक दोषी कौन है, उसका नाम अब तक किसी के सामने नहीं आया है. पुलिस ने महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उसी समय गिरफ्तार किया था.
मुकदमे में रवींद्र पुरी का बयान हुआ दर्ज
महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश राम प्रताप सिंह राणा ने अभियोजन का पक्ष सुनने के बाद दूसरे गवाह के रूप में पेश हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी का बयान दर्ज किया, जो पूरा नहीं हो सका. अब 6  को पूरा बयान होगा. उधर, वादी मुकदमा अमर गिरि के पिछली कई तारीखों पर हाजिर न होने पर कोर्ट ने पुलिस को उन्हें गिरफ्तार कर पेश करने का आदेश दिया था, लेकिन  पुलिस अमर गिरि को हाजिर नहीं कर पाई. पुलिस ने कोर्ट को बताया कि अमर गिरि के विरुद्ध जारी गैरजमानती वारंट का अब तक निस्पादन नहीं हो सका है.


इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क

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