उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) के प्रत्येक विभाग में एक-एक करोड़ रुपये से सिग्नेचर लैब बनेगी. इन प्रयोगशालाओं में आधुनिक उपकरण और अन्य संसाधन मुहैया कराए जाएंगे. ताकि भावी इंजीनियर विश्वस्तरीय शोध कर सकें. इसके लिए संस्थान प्रशासन ने सभी विभाग के अध्यक्षों को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है.
संस्थान इस लैब से अपने अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को और बेहतर हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग प्रदान कर सफलता की राह आसान करेगा. पहले से ही अपने प्रयोगशाला के लिए पहचाने जाने वाले एमएनएनआईटी ने अब अपने हर विभाग में अलग से सिग्नेचर लैब बनाने का निर्णय लिया है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) के तहत बनाई जाने वाली सिग्नेचर लैब हर जरूरी यंत्र व उपकरण से सुसज्जित होगा. ताकि छात्र इनका उपयोग कर तकनीकी कौशल को और निखार सकेंगे. इससे शोध को नया आयाम मिलेगा. संस्थान में 10 शाखाओं में पढ़ाई होती है. सभी के पास अपनी लैब है. लेकिन अब लैब में उपकरण उपलब्ध कराने के लिए सिग्नेचर लैब बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. निदेशक प्रो. आरएस वर्मा ने बताया कि संसथान के सभी विभागों में एक-एक करोड़ रुपये की लागत से सिग्नेचल लैब बनेगी. इसके लिए प्रस्ताव बनाकर विभागों को भेज दिया गया है.
113.85 करोड़ से बनेगा नया शैक्षणिक ब्लॉक
संस्थान परिसर में नए शैक्षणिक ब्लॉक का निर्माण पाइपलाइन में है. इस परियोजना की लागत य्113 .85 करोड़ है. संस्थान ने बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है. संस्थान के स्वास्थ्य केंद्र का जीर्णोद्धार कराया गया है. एक पूर्णत एकीकृत परिसर के विकास के लिए भी कई पहल की गई हैं. लड़कों के छात्रावास परिसर को जोड़ने के लिए अंडपास का काम शुरू किया गया है.
इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क