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Allahbad छह साल बाद शहर की बेटी को फिर चौथा स्थान, सिविल सेवा परीक्षा 2016 में सौम्या पांडेय को मिली थी चौथी रैंक, अब स्मृति मिश्रा ने वही मुकाम हासिल कर बढ़ाया मान
 

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उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  संघ लोक सेवा आयोग की देश की सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में संगमनगरी की बेटी ने छह साल बाद फिर से चौथा स्थान हासिल किया है. बाघम्बरी गद्दी अल्लापुर की रहने वाली स्मृति मिश्रा ने 2022 की परीक्षा में चौथा प्राप्त कर एक बार फिर से शहरियों का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है.

इससे पहले सिविल सेवा परीक्षा 2016 में हाशिमपुर रोड की रहने वाली सौम्या पांडेय ने चौथा स्थान हासिल किया था. वहीं 2009 के परिणाम में इवा सहाय को अखिल भारतीय स्तर पर तीसरी रैंक मिली थी. स्पष्ट है कि 14 साल के अंतराल में बेटियों ने ही तीन बार संगमनगरी का मान बढ़ाने का काम किया है.25 साल की स्मृति ने दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा हासिल की है. जबकि 23 साल की उम्र में आईएएस बनने वाली सौम्या पांडेय की पूरी पढ़ाई प्रयागराज से हुई थी. 10वीं और 12वीं दोनों ही परीक्षा में सौम्या ने जिले में टॉप किया था. उसके बाद मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएन आईटी) से 2015 में बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में टॉप कर गोल्ड मेडल हासिल किया था. स्मृति को तीसरे जबकि सौम्या को पहले प्रयास में सफलता मिली थी. 2009 के परिणाम में तीसरा स्थान और लड़कियों में टॉप करने वाली इवा के पिता विजय शंकर सहाय उस वक्त इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एंथ्रोपोलॉजी विभाग के अध्यक्ष थे. इवा ने सेंट मेरीज से 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की थी. उसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक कर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली में एमए भूगोल में प्रवेश लिया था. इवा जब चार साल की थीं तभी उनके पापा ने कहा था कि तुम्हे आईएस बनना है. तब इवा को आईएस का मतलब भी नहीं पता था, उसने पापा से पूछा आईएस क्या होता है तो उसके पापा ने कहा था आईएस मतलब इवा सहाय (आई फॉर इवा और एस फॉर सहाय). 2009 में इवा ने इसे सच साबित किया था.

इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क
 

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