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Aligarh  दुकान व मकानों के सीसीटीवी कंट्रोल कमांड सेंटर से जुड़ेंगे कानपुर और लखनऊ के साथ इस प्रोजेक्ट के लिए अलीगढ़ को चुना गया
 

Faridabad तैयारी स्मार्ट सिटी में 600 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  शहर का चप्पा-चप्पा अब पुलिस की निगरानी में रहेगा. शहर के दुकान, मकान, प्रतिष्ठानों पर लगे सीसीटीवी अब पुलिस के कंट्रोल कमांड सेंटर से जुड़ेंगे. कमांड सेंटर की टीम 24 घंटे शहर के अलग-अलग इलाकों की स्क्रीन पर निगरानी करेगी.
अपराधी किसी भी इलाके में अपराध के बाद छिप नहीं सकेंगे. सेफ सिटी योजना के तहत अलीगढ़ को पायलट प्रोजेक्ट के तहत कानपुर और लखनऊ के साथ चुना गया है. शहर के 10 हजार से अधिक सीसीटीवी को पुलिस अपने निगरानी तंत्र से जोड़ने का प्लान तैयार कर चुकी है. शासन ने दो माह के भीतर प्रोजेक्ट पूरा करने के निर्देश दिए हैं. आज नगर निगम और पुलिस सहित अन्य सरकारी और निजी संस्थाओं की इस संबंध में पहली बैठक होगी.

सीसीटीवी आपका, निगरानी करेगी पुलिस, ऐसे जुड़े प्रोजेक्ट में सेफ सिटी योजना के क्रम में इस पायलट प्रोजेक्ट का नोडल अधिकारी एसपी ट्रैफिक मुकेश चंद उत्तम को बनाया गया है. उन्होंने बताया कि शहर का कोई भी व्यक्ति, जिसके मकान, दुकान, प्रतिष्ठान पर सीसीटीवी लगे हैं. वह अपना कैमरा कंट्रोल कमांड सेंटर से जुड़वा सकता है. उन्होंने बताया कि इच्छुक व्यक्ति अपने संबंधित थाने/चौकी या सीओ कार्यालय या फिर सीधे नगर निगम में स्थित कंट्रोल कमांड सेंटर में आकर सहमति पत्र दे. पुलिस सीसीटीवी का आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस) लेगी. उक्त एड्रेस के जरिये कमांड सेंटर की टीम कैमरे को अपनी स्क्रीन से जोड़ लेगी. इससे लोगों को फायदा होगा कि उन्हें खुद से बार-बार सीसीटीवी स्क्रीन नहीं देखनी होगी. कोई भी गतिविधि संदिग्ध कैमरे में कैद होती है तो पुलिस संबंधित व्यक्ति को सूचना दे दी. इसके अलावा कैमरे में कोई भी खराबी आने पर पुलिस संबंधित स्वामी को सूचना देकर समय से समस्या को दूर करा देगी. कोई भी घटना होने पर पुलिस को घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगालने को लोगों को कहना नहीं होगा. एक क्लिक पर कंट्रोल कमांड सेंटर की स्क्रीन पर फुटेज जांचे जा सकेंगे.
सीसीटीवी से सुरक्षित हुए शहर, घटा अपराध शहर में अभी तक अपराध के खुलासे के लिए पुलिस स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 2021 स्थापित किए कंट्रोल कमांड सेंटर की मदद के सहारे रहती है. कंट्रोल कमांड सेंटर के 317 कैमरे शहर में लगे हैं. 5000 से अधिक चोरी हुए वाहनों का डाटा इन कैमरों के सर्वर में फीड है. अभी तक 200 से अधिक चोरी हुए वाहनों को इन कैमरों की मदद से बरामद किया जा चुका है. 300 से अधिक संगीन वारदातों का खुलासा इन कैमरों की मदद से करते हुए पुलिस ने 1500 से अधिक शातिर अपराधियों पकड़ा है. 250 से अधिक लोगों का सार्वजनिक वाहनों में छूटा सामान वापस कराया है. 185 के करीब सरेराह लूट, चोरी, हत्या, साजिश, रेप की वारदातों का कैमरों की मदद से खुलासा किया गया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब महज 317 कैमरों की मदद से पुलिस अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा रही है तो 10 हजार के करीब कैमरे पुलिस की सहायता के लिए होंगे तो अपराध और अपराधियों का सफाया हो जाएगा.


अलीगढ़ न्यूज़ डेस्क
 

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