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Aligarh  सिर चढ़कर बोल रहा हाइब्रिड कारों का जलवा

Holi 2024 होली पर Maruti की कारों पर मिल रहा बंपर डिस्काउंट, नई कार खरीदने से पहले जान लें लेटेस्ट अपडेट 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  मारुति की यह 7 सीटर स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड कार है. यह 2.0 लीटर, चार सिलेंडर पेट्रोल इंजन की हाइब्रिड कार है, जिसमें 168 सेल एनआई एमएच बैटरी का उपयोग किया गया है . यह 9.5 सेकंड में स्थिर स्थिति से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है और . किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है.

कीमत .21 लाख (एक्स शोरूम) से शुरू.

महिंद्रा बोलेरो नियो

महिंद्रा बोलेरो नियो हाइब्रिड कार नहीं है, लेकिन इसमें माइक्रो हाइब्रिड टेक्नोलॉजी दी गई है. इसका इलेक्ट्रॉनिक स्टार्ट-स्टॉप सिस्टम काफी हद तक ईंधन की खपत में किफायत देने में सहायक है.

मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा

स्ट्रॉन्ग और माइल्ड, हाइब्रिड टेक्नोलॉजी के दोनों विकल्प मिलेंगे. सेल्फ चार्जिंग बैटरी. फ्यूल एफिशिएंसी माइल्ड हाइब्रिड में 21 और फुल हाइब्रिड में  किमी. प्रतिलीटर के लगभग. 6 स्पीड ऑटोमेटिक और 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के विकल्प हैं. कई लग्जरी फीचर से भरपूर.

कीमत 10.80 लाख एक्स शोरूम (दिल्ली) से शुरू.

बीते साल यानी  में हाइब्रिड कारों की 82,607 यूनिट बिकीं. यह एक साल के अंदर यानी 22 में हुई बिक्री से चार गुना से भी ज्यादा रहा. वहीं बैटरी से चलने वाली इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में इसी अवधि में सिर्फ दोगुना की वृद्धि हुई. यह भी बता दें कि वर्तमान में हाइब्रिड कारों पर जीएसटी 43 फीसदी का लगता है. इलेक्ट्रिक कारों में 5 फीसदी यानी इससे कहीं कम जीएसटी देना पड़ता है. इसी सबके चलते हाइब्रिड कार इलेक्ट्रिक कारों की तुलना में महंगी भी होती हैं. फिर भी इनकी बिक्री जमकर हुई.

क्यों बिक रहीं हाइब्रिड कारें

हालांकि इस समय भारत में केवल छह हाइब्रिड मॉडल उपलब्ध हैं. मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा और इनविक्टो व टोयोटा हाइराइडर व इनोवा हाइक्रॉस की बदौलत यह सेगमेंट आगे बढ़ा है. फ्यूल इकोनॉमी यानी ईंधन पर होने वाले कम खर्चों के चलते ये किफायती होती हैं. संभवत इसीलिए मारुति ने कारों के बेड़े में हाइब्रिड को शामिल किया. आंकड़े देखें तो ग्रैंड विटारा की पूरी बिक्री में इसके हाइब्रिड संस्करण का हिस्सा 22- फीसदी का है. हालांकि यह सच है कि हाइब्रिड तकनीक में कार की रनिंग कॉस्ट का खर्च ज्यादा होता है. लेकिन ईवी की तरह ही पर्यावरण सम्मत होती हैं और चार्जिंग के झंझट से मुक्त रखती हैं. रेंज को लेकर भी किसी तरह की चिंता नहीं होती.

कार निर्माता कंपनियां, जैसे मारुति, टोयोटा और होंडा का मानना है कि हाइब्रिड कारें वर्तमान में ज्यादा व्यावहारिक विकल्प हैं और इसी आधार पर उनका जीएसटी कम होना चाहिए, ताकि वे सस्ती पड़ें. वहीं इसके विरोध में वे कंपनियां हैं, जो पहले से ही ईवी में निवेश कर चुकी हैं . हालांकि प्लग-इन हाइब्रिड के लिए अच्छा चार्जिंग तंत्र जरूरी है.

स्ट्रॉन्ग और माइल्ड हाइब्रिड

कई कंपनियों ने पूरी तरह हाइब्रिड सिस्टम पर आधारित कारें पेश की हैं, तो कुछ हाइब्रिड तकनीक के कुछ अंश का उपयोग अपनी कारों में कर रही हैं. माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम में कुछ खास स्थितियों में कंबस्शन आधारित इंजन को सहायता देने के लिए इलेक्ट्रिक मोटर का उपयोग किया जाता है. यह कम पावर की होती है और अकेले इसके दम पर कार नहीं चलाई जा सकती. लेकिन फुल या स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड कारों में इलेक्ट्रिक मोटर बहुत पावरफुल होती है और कुछ खास स्थितियों में सिर्फ ईवी के तौर पर ड्राइव की जा सकती है.

टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस

स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड सिस्टम की इस कार में ढेरों नए फीचर्स और नई तकनीकें हैं. यह कार 1977 सीसी के पेट्रोल इंजन और हाइब्रिड इलेक्ट्रिक मोटर के साथ आती है. फ्रंट व्हील ड्राइव की यह कार 7-8 सीट का विकल्प देती है. इसमें मैनुअल ओवरड्राइव और पेडल शिफ्ट के साथ ऑटोमेटिक (ईसीवीटी) का ट्रांसमिशन मिलेगा. वेरिएंट के आधार पर फ्यूल एफिशिएंसी 16 से  किलोमीटर प्रति लीटर के बीच है. यह केवल 9.5 सेकंड में 0 से 100 की स्पीड पकड़ सकती है.

कीमत .72 लाख रुपये एक्स शोरूम (नोेएडा) से शुरू.

मारुति सुजुकी सिआज

यह सेडान कार माइल्ड हाइब्रिड टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराती है. कार के-15 स्मार्ट हाइब्रिड पेट्रोल इंजन से लैस है और साथ में लिथियम आयन बैटरी पैक भी मिलेगा. फ्यूल एफिशिएंसी  किमी. प्रति लीटर के लगभग मिलेगी. मैनुअल और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन के विकल्प के साथ आती है.

कीमत 9.40 लाख रुपये एक्स शोरूम से शुरू.

 

 

अलीगढ़ न्यूज़ डेस्क

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