अजमेर कोर्ट में विकास दिव्यकीर्ति पशर हुआ चौकाने वाला फैसला, 2 मिनट के वीडियो में जाने क्या है पूरा मामला
कोचिंग संस्थान संचालक और चर्चित मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के खिलाफ जजों पर की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी के मामले में मंगलवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 2 कोर्ट, अजमेर में सुनवाई हुई। इस सुनवाई में दिव्यकीर्ति को कोर्ट के समक्ष पेश होना था, लेकिन वे अदालत में उपस्थित नहीं हुए। उनकी अनुपस्थिति पर कोर्ट ने सख्ती दिखाई और अगली सुनवाई की तारीख पर उन्हें सशरीर उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।
विकास दिव्यकीर्ति के वकील की ओर से कोर्ट में हाजिरी माफी अर्जी दाखिल की गई। इसमें कहा गया कि व्यक्तिगत कारणों से वे पेश नहीं हो सके। दूसरी ओर, परिवादी पक्ष के वकील ने इस पर आपत्ति जताई और दिव्यकीर्ति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की मांग करते हुए प्रार्थना-पत्र दाखिल किया।
कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद दिव्यकीर्ति के वकीलों को पाबंद किया कि वे आगामी 2 अगस्त 2025 को खुद विकास दिव्यकीर्ति को लेकर कोर्ट में सशरीर पेश हों। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यदि अगली तारीख पर वे उपस्थित नहीं होते हैं, तो इस पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है मामला?
यह मामला विकास दिव्यकीर्ति द्वारा एक वीडियो में जजों को लेकर दिए गए बयान से जुड़ा है। आरोप है कि उन्होंने एक मंच से दिए गए भाषण में न्यायपालिका और न्यायाधीशों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिससे आमजन की न्यायिक व्यवस्था पर आस्था को ठेस पहुंची है। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अजमेर के एक व्यक्ति ने अदालत में परिवाद दाखिल किया था।
परिवादी का कहना है कि दिव्यकीर्ति के बयान न सिर्फ जजों की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले हैं, बल्कि यह न्याय व्यवस्था को बदनाम करने का प्रयास है। इस पर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए उन्हें समन जारी किया था।
क्या हो सकते हैं आगामी कदम?
यदि 2 अगस्त को विकास दिव्यकीर्ति कोर्ट में उपस्थित नहीं होते हैं, तो कोर्ट उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर सकती है। साथ ही, यह मामला उनके खिलाफ मानहानि और न्यायपालिका की अवमानना जैसे गंभीर आरोपों की ओर भी बढ़ सकता है।

