मारपीट के आरोपी का पुलिस ने निकाला जुलूस, वीडियो में देखें नंगे पैर बाजार में घुमाया, पैसों के विवाद में लड़की को पीटा था

राजस्थान के अजमेर जिले में गंज थाना पुलिस ने युवती से मारपीट करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करते हुए उसे भीषण गर्मी में नंगे पैर बाजार में घुमाया। यह कार्रवाई न केवल आरोपी के खिलाफ सजा का प्रतीक बनी, बल्कि इसका मकसद शहर में अपराधियों के बीच पुलिस का खौफ बनाना भी था।
जानकारी के अनुसार, आरोपी ने कुछ दिन पहले एक स्थानीय युवती से मारपीट की थी, जिसके बाद पीड़िता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। गंज थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और सोमवार को पब्लिक शेमिंग (सार्वजनिक प्रदर्शन) के तहत उसे नंगे पैर बाजार में घुमाया गया।
अपराध के खिलाफ सख्त रुख
गर्मियों की तपती धूप और सड़कों की झुलसाती गर्मी के बीच आरोपी को नंगे पांव घुमाया जाना पुलिस की सख्त नीति को दर्शाता है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह कदम उन अपराधियों को चेतावनी देने के उद्देश्य से उठाया गया है, जो महिलाओं के साथ हिंसा या दुर्व्यवहार की मानसिकता रखते हैं।
गंज थाना प्रभारी ने कहा, “हमारा मकसद केवल गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि समाज में यह संदेश देना है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस का डर अपराधियों के मन में बना रहना जरूरी है।”
जनता ने किया समर्थन
इस दौरान बाजार में मौजूद आम नागरिकों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई का समर्थन किया। कई लोगों ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से अपराधियों का मनोबल टूटेगा और महिलाएं खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगी। महिलाओं ने कहा कि जब पुलिस इस तरह से आरोपियों को सज़ा देती है, तो उन्हें यह भरोसा मिलता है कि कानून उनके साथ है।
मानवाधिकार बनाम सख्ती की बहस
हालांकि इस तरह की पब्लिक शेमिंग पर मानवाधिकार संगठनों की आपत्ति भी सामने आ सकती है, क्योंकि किसी आरोपी को सज़ा देना केवल न्यायालय का अधिकार होता है। लेकिन पुलिस का कहना है कि यह कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना फैलाने और कानून का डर कायम रखने का तरीका है।