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Ajmer सौंदर्यीकरण पर जलकुंभी का ग्रहण : करोड़ों रुपए खर्च, लेकिन समस्या जस की तस
 

Ajmer सौंदर्यीकरण पर जलकुंभी का ग्रहण : करोड़ों रुपए खर्च, लेकिन समस्या जस की तस

राजस्थान न्यूज डेस्क, अजमेर की ऐतिहासिक आनासागर झील कुछ साल पहले जलकुंभी में पूरी तरह समा गई थी। पूर्व निगम बोर्ड ने जलकुंभी की सफाई के लिए डिवाइडिंग मशीन मंगवाई। मशीन के आने के बाद राहत तो मिली कि अब जलकुंभी खत्म हो जाएगी, लेकिन डिवाइडिंग मशीन कहां चल रही है, इसको लेकर सभी के मन में एक सवाल है।

हाल ही में बड़ी नदी में डिवाइडिंग मशीन चलाई गई, लेकिन बड़ी नदी से भी जलकुंभी नहीं मिट सकी। बड़ी नदी, रामनगर रोड, बालिका विद्यालय के पास, पुष्कर रोड चौपाटी सहित फॉयसागर रोड रोड, वैशाली नगर के पास अनासागर झील का क्षेत्र जलकुंभी का क्षेत्र बनता जा रहा है. पुष्कर रोड झील के झूले के आसपास दूर से ऐसा लगता है जैसे कोई खेती की जा रही हो। यहां पानी की एक बूंद भी नजर नहीं आती। पिछले दो महीनों में यहां जलकुंभी ने अपने पंख पसार लिए हैं।

इस इलाके में सबसे ज्यादा विदेशी पक्षी रहते हैं। इधर जलीय जीवों के जीवन पर संकट गहरा गया है। जलकुंभी पानी के ऊपर होने के कारण जलीय जीवों को पानी के अंदर ऑक्सीजन लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा नहीं है कि इस मामले को लेकर कभी किसी ने नगर निगम का ध्यान नहीं खींचा. जलकुंभी को लेकर निगम के वार्ड तीन की पार्षद प्रतिभा पाराशर व वार्ड चार के पार्षद ज्ञान सारस्वत कई बार नाराजगी जता चुके हैं, लेकिन जलकुंभी को हटाने को लेकर कोई गंभीरता नहीं बरती जा रही है. इस कारण अब झील के बीच हवा के साथ जलकुंभी फैल रही है।
अजमेर न्यूज डेस्क!!!
 

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