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Ajmer में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूंका भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा का पुतला, शव यात्रा निकाल कर की नारेबाजी

राजस्थान में एक बार फिर राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिली, जब कांग्रेस पार्टी ने भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन तब किया गया जब आहूजा ने विपक्षी नेता टीकाराम जुली के राम मंदिर जाने और वहां गंगा जल छिड़कने के बारे में आपत्तिजनक बयान दिया। कांग्रेस ने इस बयान को लेकर आहूजा और भाजपा के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज अजमेर में शहर जिला कांग्रेस कार्यालय के बाहर विशाल विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने ज्ञानदेव आहूजा का पुतला जलाया और शवयात्रा निकाली। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए और भाजपा नेता के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि आहूजा का बयान न केवल धार्मिक आस्था का अपमान है, बल्कि भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता को भी उजागर करता है।

अजमेर शहर जिला कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा का बयान उनकी पार्टी की मानसिकता को दर्शाता है। इससे स्पष्ट है कि भाजपा दलितों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों के खिलाफ है। जैन ने यह भी आरोप लगाया कि आहूजा के बयान से धार्मिक भावनाएं आहत हुईं और यह समाज में नफरत फैलाने का प्रयास है।

ज्ञात हो कि ज्ञानदेव आहूजा ने रामनवमी के दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान यह बयान दिया था कि मंदिर में दर्शन करने वाले कांग्रेसियों के कारण मंदिर अपवित्र हो गया है। आहूजा ने यह भी दावा किया कि उन्होंने गंगा जल छिड़ककर मंदिर का पुनः शुद्धिकरण किया है। इस बयान के बाद कांग्रेस ने भाजपा और आहूजा के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया। कांग्रेस का कहना है कि यह बयान भाजपा की नफरत फैलाने की नीति और समाज में ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने की कोशिश को साफ तौर पर दर्शाता है।

यह विवाद सिर्फ अजमेर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि राजस्थान में भी भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक गर्माहट बढ़ा रहा है। कांग्रेस ने आहूजा के खिलाफ हर स्तर पर आवाज उठाने का फैसला किया है और सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर ऐसे बयानों और दलित विरोधी मानसिकता के खिलाफ लड़ने की अपील की है।

इस पूरे घटनाक्रम ने राज्य की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है, जिसमें राजनीति में धार्मिक मुद्दों के इस्तेमाल और दलित समुदाय के अधिकारों को लेकर बढ़ते विवादों को लेकर दोनों मुख्य दलों के बीच टकराव जारी रहेगा। विरोध करने वालों में डेयरी चेयरमैन रामचन्द्र चौधरी, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष हितेश्वरी टाक, शिवकुमार बंसल, हेमन्त भाटी, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मोहित मल्होत्रा, नरेश सत्यवान, मनीष सेन, मुकेश सबलानिया सहित कई कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता शामिल थे।

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