पुष्कर के BSF जवान की सैन्य सलामी के साथ अंतिम विदाई, हिसार में संदिग्ध हाल में हुई थी मौत
अजमेर के पुष्कर निवासी बीएसएफ जवान सागर सिंह रावत का सोमवार को उनके पैतृक गांव में सैन्य सलामी के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बीएसएफ जवान को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान हर किसी की आंखें नम थीं और सागर की बहादुरी की चर्चा पूरे इलाके में रही। सागर सिंह रावत दो साल पहले बीएसएफ में शामिल हुए थे। हिसार में सागर सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
हिसार में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
पुष्कर के गोवालिया किशनपुरा निवासी सागर सिंह हिसार में बीएसएफ में तैनात थे। जहां संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद सागर सिंह रावत का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सागर लाया गया। जैसे ही सागर सिंह का शव बीएसएफ वाहन से उनके घर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। गांव और आसपास के लोगों ने नम आंखों से भारत माता की जय और सागर सिंह अमर रहे के नारे लगाए।
बड़ा भाई भारतीय सेना में है।
इसके बाद सैन्य सलामी के साथ अंतिम विदाई दी गई। सागर सिंह का परिवार पूरी तरह देशभक्ति में डूबा हुआ है। सागर का बड़ा भाई भारतीय सेना में सिपाही है, जबकि उसके पिता गुमान सिंह किसान हैं। सागर का चयन दो साल पहले बीएसएफ में हुआ था। अपने सबसे छोटे बेटे की अचानक मौत से पूरा परिवार गहरे शोक में डूब गया है।
तिलोरा के सरपंच समुंद सिंह रावत समेत सैकड़ों ग्रामीण अंतिम संस्कार में शामिल हुए और सभी ने इस वीर सपूत को अश्रुपूर्ण विदाई दी। सागर सिंह की मौत के कारणों की जांच अभी भी जारी है। ग्रामीणों और परिजनों ने सरकार से मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की है।