अजमेर में फिर पकड़ा गया बांग्लादेशी नागरिक, अब तक 43 घुसपैठिए हिरासत में, वीडियो में जानें दरगाह क्षेत्र बना संदिग्ध गतिविधियों का केंद्र

जिले में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने शनिवार सुबह कार्रवाई करते हुए एक और बांग्लादेशी नागरिक को डिटेन किया। यह इस सिलसिले की 18वीं कार्रवाई है, जो अजमेर में घुसपैठियों के खिलाफ पुलिस की सतत निगरानी और सख्ती को दर्शाता है।
दरगाह क्षेत्र बना घुसपैठियों का गढ़
अब तक की गई पुलिस जांच में यह सामने आया है कि अजमेर दरगाह और उसके आसपास का इलाका बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बनता जा रहा है। अब तक कुल 43 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया जा चुका है, जो अवैध रूप से भारत में रह रहे थे। कई मामलों में इन नागरिकों के पास वैध दस्तावेज भी नहीं पाए गए हैं, जिससे उनकी मंशा और नेटवर्क पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कैसे होती है पहचान?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन संदिग्धों की पहचान गुप्त सूचना, स्थानीय इंटेलिजेंस और सघन तलाशी अभियान के जरिए की जा रही है। दरगाह क्षेत्र, धर्मशालाओं, मजदूरी करने वाले क्षेत्रों और भीड़भाड़ वाली जगहों पर लगातार नजर रखी जा रही है। पकड़े गए कई घुसपैठिए फर्जी दस्तावेजों के सहारे रह रहे थे और स्थानीय पहचान बनाने की कोशिश में लगे थे।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ी
अजमेर जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थल पर इस तरह की गतिविधियों के बढ़ने से सुरक्षा एजेंसियों की चिंता भी बढ़ गई है। लगातार मिल रही जानकारी के आधार पर STF, स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब संयुक्त रूप से काम कर रही हैं। अफसरों का कहना है कि घुसपैठियों के किसी संगठित नेटवर्क की भी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
पुलिस ने की अपील
पुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी व्यक्ति की गतिविधि संदिग्ध लगे या पहचान स्पष्ट न हो, तो तत्काल नजदीकी थाने में इसकी जानकारी दें। "सुरक्षा में जन सहयोग बेहद जरूरी है," — यह संदेश पुलिस अधिकारियों ने दोहराया है।
आगे की कार्रवाई
डिटेन किए गए बांग्लादेशी नागरिक से पूछताछ जारी है और उसके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि उसका किसी गिरोह या मानव तस्करी से संबंध तो नहीं है। पुलिस ने यह भी साफ किया कि आने वाले दिनों में अजमेर और आसपास के इलाकों में ऐसे ही और तलाशी अभियान चलाए जाएंगे।