अजमेर में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से विधवा सहित तीन की मौत, वीडियो में जानें मकान की तराई के दौरान चपेट में आए

राजस्थान के अजमेर जिले से बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। सावर उपखंड के बिसुन्दनी गांव में एक निर्माणाधीन मकान की तराई के दौरान हाईटेंशन बिजली लाइन की चपेट में आने से तीन लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। मरने वालों में एक विधवा महिला के साथ एक पति-पत्नी भी शामिल हैं। हादसे में एक अन्य महिला गंभीर रूप से झुलस गई, जिसे सावर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गांव में एक मकान का निर्माण कार्य चल रहा था। सुबह-सुबह चार लोग मकान की छत पर पानी डालने (तराई) का काम कर रहे थे। इसी दौरान मकान के ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज बिजली लाइन की चपेट में लोहे की पाइप आ गई, जिससे तेज करंट फैल गया और चारों लोग झुलस गए। इनमें से तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला को बुरी तरह झुलसी हालत में अस्पताल ले जाया गया।
मरने वालों की पहचान बिसुन्दनी गांव निवासी विधवा महिला रुक्मणी (45), और दंपति घनश्याम (40) व उसकी पत्नी सुमन (38) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि ये सभी मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। हादसे की सूचना मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए।
सूचना पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं, बिजली विभाग को भी हादसे की जानकारी दी गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईटेंशन लाइन मकानों के बेहद पास से गुजर रही है, जो पहले भी खतरे की वजह बन चुकी है, लेकिन प्रशासन ने कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
गांव में तीन लोगों की एक साथ मौत से माहौल बेहद गमगीन हो गया है। मृतकों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता और हाईटेंशन लाइन को हटाने की मांग की है।
प्रशासन की ओर से कहा गया है कि मामले की जांच की जा रही है और मृतकों के परिजनों को सरकार की ओर से नियमानुसार सहायता दी जाएगी। यह हादसा न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुरक्षा मानकों की अनदेखी जानलेवा साबित हो रही है।