Agra मकान के लिए दिल्ली से आया दृष्टिबाधित, डूडा में फाइल हो गई गुम, पीड़ित डेढ़ साल से चक्कर लगा रहा

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क डूडा आवास के लिए परेशान दृष्टिबाधित की फाइल गुम कर दी. पीड़ित डेढ़ साल से एक विभाग से दूसरे विभाग चक्कर लगा रहा है. मगर राहत अभी तक नहीं मिली. पीड़ित ने संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत की है. समाधान दिवस में 123 शिकायतें पहुंची थी. 10 शिकायतों का निस्तारण किया गया.
दिल्ली के दृष्टिबाधित विद्यालय में पढ़ने वाले दीपक कुमार पेरवानी ने बताया कि उनके पूरे परिवार को आखों का आनुवंशिक रोग है. वह दस प्रतिशत ही देख पाते हैं. पिता अशोक कुमार की मृत्यु हो चुकी है. मां बीमार रहती है. वह शाहगंज में एक रिश्तेदार के मकान में रहती हैं. पेंशन से उनका गुजारा होता है. दीपक के मुताबिक उसने अगस्त 2021 में डूडा आवास के लिए आवेदन किया था. सितम्बर 2022 में उसका नंबर आ गया. उस दौरान उसके पास कॉल आया था. वह दिल्ली में था. उसने कॉल करने वाले जांच अधिकारी को मां से मिलने को बोला. मगर, अधिकारी उससे ही मिलना चाहते थे. वह बिना मां से मिले वापस चले गए. इसके बाद दीपक विभागों के चक्कर लगा रहा है. उसने बताया कि दिल्ली से आगरा आने में उसे परेशानी उठानी पड़ती हैं.
लगातार भटक रहा है पीड़ित युवक
नगर निगम में उसे बताया कि फाइल तहसील जा चुकी है. पूर्व में जिस लेखपाल के पास फाइल पहुंची थी, उनका स्थानांतरण हो गया. पीड़ित ने समाधान दिवस में शिकायत दी. दीपक के मुताबिक शाम को उसके पास कॉल आया था. कॉल पर बताया कि जांच करने आ रहे हैं. समाधान दिवस में एडीएम सिटी अनूप कुमार, एसडीएम सदर परीक्षित खटाना, तहसीलदार नजनीश बाजपेई, नायब तहसीलदार रवीश कुमार ने शिकायतें सुनी.
आगरा न्यूज़ डेस्क