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Agra  मालकिन को खाने में ‘धीमा जहर’ दे रही थी नौकरानी

बनता है फेस फ्रीजिंग इंजेक्शन बोटुलिनम टॉक्सिन की मदद से कई ब्यूटी प्रोडक्ट बनाए जाते हैं। इस जहर की मदद से एक फेस फ्रीजिंग इंजेक्शन बनाया जाता है, जिसे बोटॉक्स कहते हैं।

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  सिकंदरा स्थित पदम प्राइड अपार्टमेंट में नौकरानी अपनी मालकिन को खाने में नशा मिलाकर दे रही थी. आरोप है कि खाने से मालकिन की तबीयत खराब रहने लगी. वह दिनभर नींद में रहतीं. पेट में दर्द होने लगा. पुलिस ने तहरीर के आधार पर जहरखुरानी और हत्या के प्रयास की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया है. फिलहाल नौकरानी पुलिस को नहीं मिली है. पकड़कर उससे पूछताछ की जाएगी.

फ्लैट नंबर ए-403 निवासी शिवांगिनी ने मुकदमा लिखाया है. उनके पति आलोक कुमार एक विभाग में अधिकारी हैं. दो बच्चे हैं. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि करीब पांच साल से पदमा नाम की महिला उनके घर खाना बनाने का काम कर रही थी. पिछले कुछ दिनों से वह बीमार रहने लगीं. दिन में ही नींद आ जाती. पेट में दर्द रहता. डॉक्टर को दिखाया. दवा ली फिर भी तबीयत ठीक नहीं हुई. पिछले एक महीने से ज्यादा दिक्कत हो रही थी. लखनऊ से उनकी मां आईं. मां ने नौकरानी की हरकतों पर नजर रखी. उन्हें शक हुआ कि वह कुछ गड़बड़ करती है.

मां ने एक दिन नौकरानी से सिर्फ इतना पूछ लिया कि बेटी को खाने में क्या मिलाकर देती है जिस कारण वह बीमार रहती है. यह सुनते ही नौकरानी घबरा गई. बिना बताए घर से चली गई. अब काम पर नहीं आ रही है. उन्होंने उसे फोन मिलाया. वह डरी हुई थी. ज्यादा बात नहीं की. फोन काट दिया. कहने लगी कि पुलिस से शिकायत करेंगी. इस कारण नहीं आएगी.

हत्या की साजिश नौकरानी मोहरा!

शिवांगिनी को शक है कि नौकरानी उनके खाने में धीमा जहर दे रही थी. उनकी हत्या की साजिश कर रही थी. नौकरानी इस खेल में मोहरा है. इसके पीछे गहरी साजिश हो सकती है. पुलिस को जांच करनी चाहिए. ताकि यह पता चले कि उन्हें कौन मरवाना चाहता है. डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि बिना पुलिस सत्यापन कोई भी अपने घर नौकर अथवा नौकरानी को नहीं रखे.

नहीं कराया सत्यापन

बताया कि सत्यापन के लिए यूपी कॉप पर ऑनलाइन आवेदन करें. नौकरानी का पुलिस सत्यापन नहीं कराया गया था. पुलिस के पास उसका नंबर है. खोज लेगी. उससे पूछताछ की जाएगी. साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. खाना खाने से बच्चों और पति की तबियत खराब नहीं हो रही थी, इसलिए गहराई से जांच की जरूरत है. अभी सिर्फ आरोप हैं. कोई साक्ष्य नहीं है.

 

 

आगरा न्यूज़ डेस्क

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