उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क सीएनजी (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) पर निर्भर जनपद के पचास हजार वाहनों के लिए ईंधन की खरीद महंगी होने जा रही है. सुबह छह बजे से ग्रीन गैस लिमिटेड के पंपों पर सीएनजी की प्रति किलो कीमत 96.75 रुपये हो जाएगी. इसका वर्तमान दाम 94 रुपये प्रति किलो चल रहा था.
लगभग तीन फीसदी की यह वृद्धि प्रत्यक्ष रूप से तो सहज लग रही है, लेकिन इसका प्रभाव समाज के अंतिम पायदान तक जाता है. खासतौर से ऑटो के संचालक इस वृद्धि का नाजायज फायदा उठाने का प्रयास करते आए हैं. प्रति किलोमीटर रनिंग में चंद पैसों के असर को यह प्रत्येक सवारी से वसूलने का प्रयास करते हैं.
इसी प्रकार लोडिंग वाहनों से भी महंगाई का खतरा रहता है. इनके द्वारा गैस के दाम की तुलना में वृद्धि का स्तर रिकार्ड तोड़ रखा गया है. बीते तीन साल में आगरा में लोडरों के भाड़े लगभग डेढ़ गुने हो चुके हैं. जबकि इस अवधि में गैस के दाम लगभग सामान्य रहे हैं. गिरावट और वृद्धि का औसत लगभग बराबर ही रहा है.
इस वजह से वृद्धि ताज संरक्षित क्षेत्र के कारण आगरा को सस्ती गैस का कोटा आवंटित किया गया था. लेकिन कालांतर में आगरा की पैरवी न होने के कारण कुछ अन्य केंद्रों में इस हिस्से की बंदरबांट हो गई. वर्तमान में हालात यह हैं कि टीटीजेड के कारण सर्वाधिक नुकसान उठाने के बावजूद आगरा को अब सस्ती गैस नहीं मिलती.
उचित नहीं है यह वृद्धि
यह वृद्धि उचित नहीं है. कंपनी को इस तरह के प्रयास से बचना चाहिए. आगरा को उचित दरों पर गैस मिलनी चाहिए. टैंपो चालकों के लिए तो मुश्किल का समय है. प्रतिस्पर्द्धा बहुत ज्यादा हो गई है. भाड़े कम मिल रहे. अब ईंधन की महंगाई से काफी दिक्कत हो जाएगी. मुकेश कुमार सिंह, अध्यक्ष, आगरा टैंपो टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन
आगरा न्यूज़ डेस्क