Agra ‘स्मार्ट’ में एडीआरडीई के पैराशूट का इस्तेमाल, पनडुब्बी रोधी मिसाइल प्रणाली का हुआ सफल परीक्षण
![क्या आप जानते हैं कि मंगल रोवर के विशालकाय पैराशूट ने एक गुप्त संदेश दिया था](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/migrated/f962a5e19d6b8f0da752d2c5d54adf40.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क भारतीय नौसेना की पनडुब्बी रोधी युद्धक क्षमता बढ़ाने के लिए बनाई गई सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज आफ टारपीडो (स्मार्ट) में एडीआरडीई द्वारा बनाए गए पैराशूट का इस्तेमाल हुआ है. सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज आफ टारपीडो (स्मार्ट) ध्वनि की 3 गुना गति के साथ 650 किमी की दूरी तय कर सकती है. कनस्तर आधारित मिसाइल को एडीआरडीई द्वारा निर्मित पैराशूट रिलीज प्रणाली की सहायता से गति कम करके सुरक्षित रूप से समुद्र की सतह तक पहुंचाया जाता है.
एडीआरडीई के उप जनसंपर्क अधिकारी सुनील सैनी ने बताया कि पैराशूट का डिजाइन और विकास डीआरडीओ की शाखा एडीआरडीई द्वारा किया गया है. एडीआरडीई द्वारा पैराशूट की ट्रासोनिक क्षेत्र में कार्य करने की क्षमता की परख के लिए आगरा और टीबीआरएल चंडीगढ़ में कई क्वालिफिकेशन परीक्षण किए गए. उन्होंने बताया कि इस इंटिग्रेटेड प्रणाली का उड़ान परीक्षण को उड़ीसा में सफलतापूर्वक किया गया. पैरामूट प्रणाली के विकास में राजीव जैन, डॉ. गौरव सिंह, विकास भारद्वाज, अखिलेश कुमार कश्यप, रवि कृष्णा, अनूप राज, कृष्णेंदु मुखोपाध्याय, अनिल कुमार निगम, कुंदन कुमार अकेला, आदित्य कुमार मौर्य का योगदान रहा.
हवा में मिसाइल के वेग को थामता है पैराशूट
परीक्षण में मिसाइल द्वारा टारपीडो को हवा में रिलीज किया गया. इसका वेग नियंत्रण पैराशूट रिलीज प्रणाली के माध्यम से करके सुरक्षित रूप से समुद्र में उतारा गया. परीक्षण के दौरान एडीआरडीई के निदेशक डॉ. मनोज कुमार, विपिन कुमार वर्मा, गुंजन कुमारी मौजूद रहे. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने स्मार्ट प्रणाली के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ व एडीआरडीई को बधाईदी.
आगरा न्यूज़ डेस्क