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इन 2 बैकों ने दिया अपने ग्राहकों को बड़ा झटका, रिचार्ज से लेकर बिजली बिल भरने तक सबकुछ होगा महंगा

यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक द्वारा क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उपयोगिता भुगतान करने के शुल्क में बदलाव किया गया है। ऐसे में अगर कोई ग्राहक बिजली बिल, पानी बिल, गैस बिल, टेलीफोन बिल समेत अन्य यूटिलिटी...
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बिजनेस न्यूज डेस्क !! यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक द्वारा क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उपयोगिता भुगतान करने के शुल्क में बदलाव किया गया है। ऐसे में अगर कोई ग्राहक बिजली बिल, पानी बिल, गैस बिल, टेलीफोन बिल समेत अन्य यूटिलिटी पेमेंट करता है तो आपको ज्यादा चार्ज देना होगा। इसकी शुरुआत आज यानी 1 मई से हो गई है. इसकी शुरुआत आज यानी 1 मई 2024 से हो गई है.

इस बैंक ने कितना चार्ज किया?

इस बैंक के मुताबिक 15 हजार रुपये से ज्यादा के यूटिलिटी पेमेंट पर 1 फीसदी एक्स्ट्रा चार्ज लगेगा. इसका मतलब यह है कि अगर आप इस बैंक क्रेडिट कार्ड से अपना बिजली बिल भरते हैं और यह 15 हजार रुपये है, तो आपको इस पर 1 प्रतिशत या 15 रुपये का अतिरिक्त शुल्क देना होगा।

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक अतिरिक्त शुल्क भी लेगा

इस बैंक के अलावा आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने भी इस नियम में बड़ा बदलाव किया है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक क्रेडिट कार्ड से 20 हजार रुपये से ज्यादा के यूटिलिटी पेमेंट पर आपको 1 फीसदी एक्स्ट्रा चार्ज और 18 फीसदी जीएसटी देना होगा. इसका साफ मतलब है कि यस बैंक के ग्राहकों के लिए मुफ्त उपयोग की सीमा 15,000 रुपये तक है, जबकि आईडीएफसी बैंक के मामले में यह राशि 20,000 रुपये है। अगर आपके पास यस बैंक का क्रेडिट कार्ड है तो आपको स्टेटमेंट साइकल में 15,000 रुपये से कम यूटिलिटी बिल भुगतान में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। इसी तरह का नियम आईडीएफसी फर्स्ट बैंक क्रेडिट कार्ड पर भी लागू होता है। हालांकि, इसके मुफ्त इस्तेमाल की सीमा 20 हजार रुपये है।

क्यों लिया गया फैसला?

रिपोर्ट्स के मुताबिक इन बैंकों ने यह फैसला यूजर्स द्वारा पर्सनल कार्ड के गलत इस्तेमाल और कम एमडीआर के चलते लिया है। आपको बता दें कि एमडीआर का पूरा नाम मर्चेंट डिस्काउंट रेट है, यह वह शुल्क है जो पेमेंट गेटवे कंपनियों से हर क्रेडिट कार्ड लेनदेन के लिए लेता है।

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