रेलवे की बड़ी तैयारी... तत्काल टिकट बुकिंग के लिए जरूरी होगा E-Aadhaar वेरिफिकेशन, दलालो पर लगेगी लगाम

भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी और भरोसेमंद बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में ट्वीट कर यह जानकारी दी कि Tatkal टिकट बुकिंग के लिए जल्द ही ई-आधार प्रमाणीकरण (E-Aadhaar Authentication) अनिवार्य कर दिया जाएगा। इस नई प्रक्रिया से तत्काल टिकट बुक करने वाले यात्रियों को असली और कन्फर्म टिकट मिलने में काफी मदद मिलेगी।
तत्काल टिकट बुकिंग में होगा बदलाव
ट्रेन यात्रा के लिए तत्काल (Tatkal) टिकट बुक करना अक्सर एक चुनौती भरा काम होता है, क्योंकि इसके लिए बड़ी संख्या में लोग एक ही समय पर IRCTC की वेबसाइट और ऐप पर लॉगिन करते हैं। इसका नतीजा होता है सिस्टम पर भारी लोड, फर्जी आईडी और बुकिंग में गड़बड़ी। रेलवे का यह नया नियम इन समस्याओं को कम करने और केवल असली उपयोगकर्ताओं को ही तत्काल टिकट देने के उद्देश्य से लागू किया जाएगा। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने सोशल मीडिया (ट्विटर) पोस्ट में कहा कि ई-आधार प्रमाणीकरण के जरिए रेलवे असली यात्रियों की पहचान कर सकेगा, जिससे टिकट बुकिंग प्रक्रिया में निष्पक्षता बढ़ेगी और सिस्टम पर फर्जी आईडी का प्रभाव कम होगा। यह सिस्टम इस महीने के अंत तक शुरू किया जा सकता है।
IRCTC के यूजर्स और आधार सत्यापन की स्थिति
IRCTC की वेबसाइट पर वर्तमान में लगभग 13 करोड़ से अधिक एक्टिव यूजर्स हैं। लेकिन इनमें से केवल करीब 10% यूजर्स ही अपने अकाउंट को आधार से सत्यापित करवा चुके हैं। यही वजह है कि रेलवे Tatkal टिकट बुकिंग के लिए अब आधार आधारित OTP प्रमाणीकरण को अनिवार्य कर रहा है, ताकि केवल आधार सत्यापित अकाउंट ही टिकट बुक कर सकें। यह कदम टिकट बुकिंग के दौरान होने वाली गड़बड़ियों, बोट्स, और फर्जी एजेंटों की गतिविधियों को रोकने में मदद करेगा।
3.5 करोड़ फर्जी ID ब्लॉक, और AI तकनीक से हुआ समाधान
IRCTC ने पिछले एक साल में लगभग 3.5 करोड़ फर्जी यूजर आईडी ब्लॉक की हैं। इस कार्रवाई से प्लेटफॉर्म पर सिस्टम की भीड़ कम हुई है और टिकट बुकिंग के अनुभव में सुधार हुआ है। PTI की रिपोर्ट के अनुसार, IRCTC ने AI-आधारित एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग कर ऐसे यूजर आईडी की पहचान की है जो डिस्पोजेबल (लघु अवधि) ईमेल एड्रेस से बनाए गए थे। इन फर्जी अकाउंट्स को डीएक्टिवेट करके अनधिकृत टिकटिंग को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं। इस पहल से सभी यात्रियों को समान मौका मिल रहा है और बुकिंग सिस्टम को अधिक सुरक्षित बनाया गया है।
काउंटर टिकटिंग पर भी लगेगा आधार प्रमाणीकरण
सूत्रों के मुताबिक, Tatkal टिकट की बुकिंग अब काउंटर पर भी आधार प्रमाणीकरण के बिना संभव नहीं होगा। इसका मतलब यह है कि चाहे आप ऑनलाइन टिकट बुक कर रहे हों या रेलवे काउंटर से, आधार सत्यापन अनिवार्य होगा। इससे टिकट एजेंट्स द्वारा की जाने वाली मनमानी और जाली टिकट बुकिंग पर रोक लगेगी और आम यात्रियों को आसानी से कन्फर्म टिकट मिल सकेगा।
इस नए नियम से यात्रियों को क्या फायदा होगा?
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निष्पक्ष और सुरक्षित टिकट बुकिंग: असली यात्रियों को ही टिकट मिलेगी, बॉट्स और फर्जी अकाउंट्स की गतिविधि बंद होगी।
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कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी: Tatkal टिकट का बुकिंग सिस्टम और अधिक पारदर्शी होगा।
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सिस्टम लोड कम होगा: फर्जी अकाउंट्स कम होने से IRCTC की वेबसाइट और ऐप पर भीड़ कम होगी, जिससे टिकट बुकिंग का अनुभव बेहतर होगा।
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अनधिकृत एजेंटों पर लगाम: एजेंट्स द्वारा जालसाजी करना मुश्किल होगा।
यात्रियों के लिए जरूरी क्या है?
Tatkal टिकट बुकिंग के लिए अब आपको अपना IRCTC अकाउंट आधार से सत्यापित (KYC) कराना होगा। इसके बिना Tatkal टिकट बुकिंग नहीं हो पाएगी। इसके लिए:
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IRCTC की वेबसाइट या ऐप पर जाकर अपना आधार नंबर लिंक करें।
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OTP के जरिए प्रमाणीकरण पूरा करें।
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इसके बाद ही आप Tatkal टिकट बुक कर सकेंगे।
रेलवे की भविष्य की योजना
रेलवे इस तकनीक को पूरे देश में लागू कर यात्री सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहा है। ई-आधार प्रमाणीकरण से यात्रियों को एक सुरक्षित, पारदर्शी और सरल टिकट बुकिंग अनुभव मिलेगा। इस नए नियम के साथ ही रेलवे ऑनलाइन टिकटिंग के साथ-साथ काउंटर टिकटिंग में भी सुधार ला रहा है, ताकि हर यात्री को आसानी से टिकट मिले।
निष्कर्ष
भारतीय रेलवे की यह पहल Tatkal टिकट बुकिंग में होने वाली धोखाधड़ी, जालसाजी और गड़बड़ी पर रोक लगाने में अहम साबित होगी। इससे यात्रियों को असली टिकट मिलेगा और यात्रा का अनुभव बेहतर होगा। सभी यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द अपने IRCTC अकाउंट को आधार से लिंक कर लें ताकि 1 जुलाई से लागू होने वाले नए नियमों के तहत उन्हें कोई परेशानी न हो।