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लग्जरी होम्स के आसमान छूते दाम! आम आदमी के लिए गुरुग्राम में घर खरीदना हो रहा मुश्किल! क्या यही है रियल एस्टेट की सच्चाई?

लग्जरी होम्स के आसमान छूते दाम! आम आदमी के लिए गुरुग्राम में घर खरीदना हो रहा मुश्किल! क्या यही है रियल एस्टेट की सच्चाई?

गुरुग्राम में घर खरीदना अब मध्यम वर्ग के लिए सपना बनता जा रहा है। कुछ दिन पहले एक रिपोर्ट आई थी कि गुरुग्राम में लग्जरी घरों की कीमतें अब दुबई के बुर्ज खलीफा से भी ज़्यादा हो गई हैं। आलम यह है कि यहाँ एक 2Bhk फ्लैट की कीमत भी करोड़ों से ऊपर है। गुरुग्राम अब दिल्ली-एनसीआर का एक बड़ा रियल एस्टेट हब बन गया है। यह शहर न केवल अपने कॉर्पोरेट ऑफिस, मॉल और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए जाना जाता है, बल्कि लग्जरी हाउसिंग के लिए भी एक पसंदीदा जगह बन गया है। हालाँकि, प्रॉपर्टी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी और हाल ही में सर्कल रेट में हुई बढ़ोतरी ने मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के लिए घर खरीदने के सपने को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है।

गुरुग्राम में प्रीमियम प्रोजेक्ट्स, जैसे डीएलएफ कैमेलियास और द डहलियास फ्लैट्स की कीमत 75 करोड़ रुपये से 190 करोड़ रुपये के बीच है। डीएलएफ कैमेलियास में एक पेंटहाउस की कीमत 190 करोड़ रुपये है, जो लगभग 1.8 लाख रुपये प्रति वर्ग फुट है। गुरुग्राम का साउथ सिटी-1 हरियाणा का सबसे महंगा इलाका घोषित किया गया है, जहाँ ज़मीन की कीमत 90,000 रुपये प्रति गज तक पहुँच गई है।

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इसके अलावा, बेहतर बुनियादी ढाँचे, मेट्रो कनेक्टिविटी और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की निकटता के कारण, द्वारका एक्सप्रेसवे पर संपत्ति की कीमतों में पिछले एक साल में रिकॉर्ड 58% की वृद्धि देखी गई है।

सर्किल रेट में बढ़ोतरी से मध्यम वर्ग पर बोझ बढ़ा
हरियाणा सरकार ने हाल ही में सर्कल रेट में 8% की वृद्धि करके इसे 145% कर दिया है, जिसका असर पंजीकरण शुल्क और स्टाम्प शुल्क पर पड़ा है। उदाहरण के लिए, साउथ सिटी-1 में सर्कल रेट 82,000 रुपये प्रति गज से बढ़कर 90,000 रुपये प्रति गज हो गया है। इस बढ़ोतरी से मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के खरीदारों पर आर्थिक दबाव बढ़ गया है, क्योंकि संपत्ति की कुल कीमत अब पहले से कहीं ज़्यादा है।

रियल एस्टेट विशेषज्ञों का मानना है कि सर्कल रेट में बढ़ोतरी के कारण, डेवलपर्स फ्लैटों की कीमतें भी बढ़ा सकते हैं, क्योंकि बाजार मूल्य अक्सर सर्कल रेट से ज़्यादा होते हैं। गुरुग्राम में एक करोड़ रुपये के बजट में किसी अच्छी सोसाइटी में 2BHK फ्लैट मिलना अब लगभग नामुमकिन हो गया है। साउथ सिटी-1, सुशांत लोक और डीएलएफ जैसे पॉश इलाकों में बाज़ार भाव 50,000 रुपये प्रति वर्ग फुट से भी ज़्यादा है, जो मध्यम वर्ग की पहुँच से बाहर है।

आम आदमी की चुनौतियाँ

गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि अच्छी सैलरी वाला व्यक्ति भी घर खरीदने से डरता है। उदाहरण के लिए, 1.2 लाख रुपये प्रति माह कमाने वाला व्यक्ति गुरुग्राम में 2.5 करोड़ रुपये से शुरू होने वाली परियोजनाओं में टैक्स और अन्य कटौतियों के बाद भी घर नहीं खरीद पाता।

रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में एक औसत परिवार को घर खरीदने के लिए अपनी 11 साल की कुल कमाई खर्च करनी पड़ती है, जबकि गुरुग्राम जैसे शहरों में यह और भी ज़्यादा है। 2022 में देश में जहाँ 3.1 लाख किफायती घर (1 करोड़ रुपये से कम) उपलब्ध थे, वहीं 2024 तक यह संख्या 36% घटकर 1.98 लाख रह गई। इसके विपरीत, लग्ज़री घरों की आपूर्ति में 192% की वृद्धि हुई है। यह रुझान दर्शाता है कि रियल एस्टेट बाज़ार अब आम आदमी की ज़रूरतों के बजाय उच्च वर्ग की माँगों को पूरा करने पर केंद्रित है।

आम आदमी के लिए क्या विकल्प हैं?
अगर आप गुरुग्राम में घर खरीदने का सपना देखते हैं, तो निराश होने की ज़रूरत नहीं है। आपके लिए कुछ विकल्प उपलब्ध हैं, जिन पर आप विचार कर सकते हैं। हरियाणा सरकार ने किफायती आवास योजना शुरू की है, जिसके तहत कम आय वाले लोगों को किफायती दरों पर घर उपलब्ध कराए जाते हैं। आप इन योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करके इनके लिए आवेदन कर सकते हैं। गुरुग्राम के बाहरी इलाकों, जैसे द्वारका एक्सप्रेसवे और सोहना रोड पर अभी भी अपेक्षाकृत कम कीमतों पर संपत्तियाँ उपलब्ध हैं। ये क्षेत्र तेज़ी से विकसित हो रहे हैं, और भविष्य में यहाँ संपत्ति की कीमतों में बढ़ोतरी की अच्छी संभावना है।

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