अब IDFC First बैंक के क्रेडिट कार्ड से यूटिलिटी बिल पेमेंट करना होगा महंगा,1 मई से लागू होगा नया नियम
बिज़नस न्यूज़ डेस्क, यस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के बाद अब आईडीएफसी फर्स्ट बैंक भी 1 मई 2024 से नियमों में बदलाव करने जा रहा है। 1 मई से आईडीएफसी फर्स्ट बैंक क्रेडिट कार्ड के जरिए यूटिलिटी बिल का भुगतान करना महंगा हो जाएगा। यानी बैंक कुछ ट्रांजैक्शन पर सरचार्ज लगाने जा रहा है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने अपने क्रेडिट कार्ड के जरिए सिंगल स्टेटमेंट साइकिल के जरिए 20,000 रुपये से ज्यादा के भुगतान पर जीएसटी के साथ 1 फीसदी का सरचार्ज लगाने का ऐलान किया है। क्रेडिट कार्ड के जरिए यूटिलिटी बिल का भुगतान महंगा होगा आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के इस फैसले का सबसे ज्यादा असर आपके यूटिलिटी बिल भुगतान पर पड़ेगा।
इसका असर टेलीकम्युनिकेशन, बिजली, गैस, इलेक्ट्रिसिटी, इंटरनेट सर्विस, केबल सर्विस, पानी के बिल आदि पर पड़ सकता है, जिनमें बड़ी मात्रा में ट्रांजैक्शन किए जाते हैं। हालांकि फर्स्ट प्राइवेट क्रेडिट कार्ड, एलआईसी क्लासिक क्रेडिट कार्ड और एलआईसी सेलेक्ट क्रेडिट कार्ड जैसे कार्ड पर यह लागू नहीं होगा। एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस के बदले नियम कुछ क्रेडिट कार्ड के लिए फ्री डोमेस्टिक लाउंज सर्विस में भी कमी की गई है। साथ ही एयरपोर्ट पर लाउंज एक्सेस के नियमों में भी बदलाव किए गए हैं। आईडीएफसी फर्स्ट सेलेक्ट क्रेडिट कार्ड पर मुफ्त घरेलू एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस की संख्या 4 से घटाकर 2 कर दी गई है। फर्स्ट वेल्थ क्रेडिट कार्ड पर मुफ्त एक्सेस की संख्या 4 से घटाकर 2 कर दी गई है। आपको 2 बार में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानों तक पहुंच मिलेगी।
यस बैंक सेविंग अकाउंट नियम
यस बैंक की वेबसाइट पर बताया गया है कि बचत खातों के विभिन्न प्रकारों के न्यूनतम औसत बैलेंस (एमएबी) में बदलाव किया गया है। अकाउंट प्रो मैक्स में न्यूनतम औसत बैलेंस 50,000 रुपये होगा। अधिकतम शुल्क के लिए 1,000 रुपये की सीमा तय की गई है। सेविंग अकाउंट प्रो प्लस, यस एसेंस एसए और यस रेस्पेक्ट एसए में न्यूनतम बैलेंस अब 25,000 रुपये होगा। इस खाते के लिए चार्ज की अधिकतम सीमा 750 रुपये तय की गई है। सेविंग अकाउंट पीआरओ में न्यूनतम बैलेंस अब 10,000 रुपये होगा। शुल्क के लिए अधिकतम सीमा 750 रुपये तय की गई है। ये नियम 1 मई से लागू होंगे।
ICICI बैंक
ICICI बैंक ने भी कई तरह की सेवाओं और शुल्कों में बदलाव किए हैं। डेबिट कार्ड का सालाना शुल्क बढ़ाकर 200 रुपये कर दिया गया है। ग्रामीण इलाकों के लिए यह 99 रुपये प्रति वर्ष होगा। एक साल में 25 पन्नों वाली चेक बुक के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। उसके बाद चेक के हर पत्ते के लिए 4 रुपये देने होंगे। IMPS के ट्रांजेक्शन अमाउंट पर शुल्क लगेगा। यह 2.50 रुपये से लेकर 15 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन के बीच होगा। यह आपकी राशि पर निर्भर करता है।