बाजार में गिरावट फिर भी निवेशकों ने 5 दिन में कमाए 26.44 लाख करोड़

पहले ऑपरेशन सिंदूर, उसके बाद भारत-पाक संघर्ष और फिर युद्ध विराम, भारत ने चालू महीने में कई रंगों को एक साथ जिया है, लेकिन जो मस्ती पिछले 5 दिनों में आई, वह इस दौरान किसी भी दिन देखने को नहीं मिली। उसका कारण है। पिछले 5 कारोबारी दिनों में शेयर बाजार में पैसों का ऐसा तूफान आया है, जिसके कारण शेयर बाजार के 21.50 करोड़ से ज्यादा निवेशकों के पैसे डूब गए हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो पाकिस्तान का घमंड टूटने के बाद शेयर बाजार में 4 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है। जिससे निवेशकों को 5 दिनों में 26.44 लाख करोड़ रुपए का फायदा हुआ है।
खास बात यह है कि दुनिया के किसी भी बड़े बाजार में इतनी तेजी नहीं देखी गई, जितनी भारतीय शेयर बाजार में देखी गई है। वह भी तब जब भारत का पाकिस्तान के साथ टकराव दिख रहा है, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति चीन उसके साथ खड़ा है। उसके बाद भी भारतीय शेयर बाजार ने न सिर्फ खुद को संभाले रखा, बल्कि दुनिया के सभी बाजारों की तुलना में सबसे ज्यादा रिटर्न भी दिया। आइए आपको भी बताते हैं कि पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में किस तरह के आंकड़े देखने को मिले हैं।
सेंसेक्स में भारी बढ़ोतरी
युद्ध विराम के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 9 मई को जब शेयर बाजार बंद हुआ तो सेंसेक्स 79,454.47 अंक पर बंद हुआ था। खास बात यह है कि पिछले सप्ताह के आखिरी दो कारोबारी दिवसों में इसमें गिरावट आई थी। इसके बाद 10 मई को युद्धविराम की घोषणा की गई। सोमवार से भारत के शेयर बाजार में तेजी देखी जा रही है। 16 मई यानी शेयर बाजार बंद होने के बाद सेंसेक्स 82,330.59 अंक पर पहुंच गया। इसका मतलब है कि इन पांच कारोबारी दिनों में सेंसेक्स में 2,876.12 अंकों की बढ़ोतरी देखी गई। यानी सेंसेक्स ने निवेशकों को 3.62 फीसदी का रिटर्न दिया।
निफ्टी ने भी की मोटी कमाई
वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख सूचकांक निफ्टी ने सेंसेक्स से ज्यादा कमाई की है। आंकड़ों के अनुसार, 9 मई को निफ्टी गिरावट के बाद 24,008 अंक पर बंद हुआ था। कौन जानता था कि अगले हफ्ते यानी युद्धविराम के बाद निफ्टी रॉकेट बनकर सेंसेक्स से ज्यादा कमाई करेगा। लेकिन यह बात पूरी तरह सच निकली। इन पांच कारोबारी दिनों में निफ्टी में 1,011.8 अंकों की तेजी आई और यह 16 मई को 25,019.80 अंकों पर बंद हुआ। खास बात यह है कि इन पांच कारोबारी दिनों में निफ्टी ने निवेशकों को 4.21 फीसदी का रिटर्न दिया। जो कि सेंसेक्स से काफी अधिक है।
21.50 करोड़ निवेशकों से भरा बैग
वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार के 21.50 करोड़ से अधिक निवेशकों की कमाई में जबरदस्त इजाफा हुआ है। निवेशकों की कमाई बीएसई के बाजार पूंजीकरण से जुड़ी हुई है। 9 मई को जब शेयर बाजार बंद हुआ तो बीएसई का मार्केट कैप 4,16,40,850.46 लाख करोड़ रुपए था। जो 16 मई तक बढ़कर 4,42,84,829.05 लाख करोड़ हो गया है। इसका मतलब है कि बीएसई के मार्केट कैप में 26,43,978.59 लाख करोड़ रुपए का इजाफा देखने को मिला है। यह निवेशकों की कमाई है।
शुक्रवार को बाजार में गिरावट रही
वैसे, शुक्रवार को शेयर बाजार में गिरावट आई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 200.15 अंक गिरकर 82,330.59 अंक पर बंद हुआ। खास बात यह रही कि कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 82,146.95 के साथ दिन का निचला स्तर भी छुआ, जबकि गुरुवार को सेंसेक्स में 1200 अंकों का तूफानी उछाल आया था। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 42.30 अंकों की बढ़त के साथ 25,019.80 अंक पर बंद हुआ। खास बात यह है कि कारोबार के दौरान निफ्टी 25 हजार अंक से नीचे जाते हुए 24,953.05 अंक तक पहुंच गया था।
दुनिया में ऐसा उछाल नहीं देखा गया
वहीं अगर दुनिया के बाकी बड़े बाजारों की बात करें तो इस हफ्ते कहीं भी इतनी तेजी देखने को नहीं मिली है। अमेरिकी बाजार के प्रमुख एक्सचेंजों डाउ जोंस, नैस्डैक कंपोजिट और एसएनडी500 में करीब 2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। जबकि चीन और हांगकांग के शेयर बाजारों में एक प्रतिशत की भी बढ़ोतरी नहीं देखी गई है। कोरियाई एक्सचेंज 5 कारोबारी दिनों में एक प्रतिशत से अधिक उछल चुका है। जबकि जापान के नेक्काई ने निवेशकों को केवल 0.15 प्रतिशत रिटर्न दिया। वहीं, लंदन के एफटीएसई में 5 कारोबारी दिनों में डेढ़ फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है।