भारत का पहला वर्ल्ड क्लास प्राइवेट रेलवे स्टेशन: रानी कमलापति रेलवे स्टेशन
जब भी हम भारतीय रेल का नाम सुनते हैं, तो हमारे मन में एक सरकारी संस्था की छवि बनती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसा रेलवे स्टेशन भी है, जो पूरी तरह से प्राइवेट सेक्टर द्वारा संचालित किया जा रहा है? यह स्टेशन है रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, जो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित है। यह स्टेशन देश में पीपीपी मॉडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत विकसित किया गया पहला ऐसा रेलवे स्टेशन है जिसे विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है। इसका नाम पहले "हबीबगंज रेलवे स्टेशन" था, लेकिन 2021 में इसका नाम गोंड रानी कमलापति के सम्मान में बदल दिया गया।
हाइडलबर्ग की तर्ज पर बना भारत का पहला इंटरनेशनल लेवल स्टेशन
इस स्टेशन को जर्मनी के हाइडलबर्ग रेलवे स्टेशन की तर्ज पर रीडेवलप किया गया है। इसके निर्माण और संचालन की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी बीएनसीसी (Bansal Group) के पास है। यह भारत का पहला ऐसा स्टेशन बन गया है जो एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं यात्रियों को देता है।
यात्रियों को मिल रही एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं
रानी कमलापति स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा और आराम का विशेष ध्यान रखा गया है। यहां आपको मिलेंगी:
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विशाल कवर पार्किंग स्पेस
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24x7 पावर बैकअप
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स्वच्छ और पीने योग्य पानी की सुविधा
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पूरी तरह से एयर-कंडीशन्ड वेटिंग एरिया और लॉबी
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हाई-स्पीड एस्केलेटर और लिफ्ट्स
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बड़े एंकर स्टोर्स और मॉल जैसी दुकानों की सुविधा
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होटल, ऑटोमोबाइल शोरूम और एक कन्वेंशन सेंटर
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सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का प्रावधान
इन सुविधाओं के कारण यह स्टेशन यात्रियों के लिए केवल एक ट्रांजिट पॉइंट नहीं, बल्कि एक स्मार्ट टर्मिनल बन गया है।
पर्यावरण के प्रति जागरूक स्टेशन
इस स्टेशन को एसोचैम द्वारा GEM सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन में 5-स्टार रेटिंग दी गई है। इसका अर्थ है कि यह स्टेशन न केवल यात्री सुविधाओं में अव्वल है, बल्कि पर्यावरण के प्रति भी पूरी तरह से जागरूक है।
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स्टेशन की डिज़ाइन पूरी तरह ग्रीन बिल्डिंग के मानकों पर आधारित है।
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इसमें ज़ीरो डिस्चार्ज वॉटर सिस्टम की सुविधा है, जिससे जल का पुनः उपयोग संभव हो पाया है।
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स्टेशन पर सोलर एनर्जी का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे बिजली की खपत को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा रहा है।
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वर्षा जल संचयन (Rainwater Harvesting) की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
देश के लिए एक नया मॉडल
रानी कमलापति स्टेशन एक उदाहरण है कि किस तरह से भारत में रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जा सकता है। यह एक मॉडल स्टेशन है, जो दिखाता है कि सरकार और प्राइवेट कंपनियां मिलकर कैसे यात्रियों को बेहतर अनुभव दे सकती हैं। भविष्य में भारत के अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों को भी इसी मॉडल पर विकसित किए जाने की योजना है। इससे न केवल रेलवे की कार्यक्षमता बढ़ेगी, बल्कि यात्रियों का भरोसा भी मजबूत होगा।

