Samachar Nama
×

पीएलआई के तहत निवेश दो लाख करोड़ पर पहुंचने की उम्मीद, उद्योग जगत में उत्साह

नई दिल्ली, 29 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि निवेश आकर्षित करने और निर्यात बढ़ाने के मामले में उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना एक काफी सफल रही है। अगले साल वास्तविक निवेश दो लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है और इससे 12 लाख नौकरियां पैदा होंगी।
पीएलआई के तहत निवेश दो लाख करोड़ पर पहुंचने की उम्मीद, उद्योग जगत में उत्साह

नई दिल्ली, 29 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि निवेश आकर्षित करने और निर्यात बढ़ाने के मामले में उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना एक काफी सफल रही है। अगले साल वास्तविक निवेश दो लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है और इससे 12 लाख नौकरियां पैदा होंगी।

राष्ट्रीय राजधानी में 140 से अधिक पीएलआई लाभार्थी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ संवाद करते हुए पीयूष गोयल ने नवाचार लाने, भारत को महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने और रोजगार पैदा करने के लिए उनकी सराहना की।

इस दौरान बताया गया कि पीएलआई योजना के तहत अगस्त तक 1.46 लाख करोड़ रुपये का वास्तविक निवेश प्राप्त हुआ है और अगले एक साल में इसके दो लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप 12.50 लाख करोड़ रुपये की उत्पादन/बिक्री हुई है और लगभग 9.5 लाख (प्रत्यक्ष और परोक्ष) रोजगार सृजन हुआ है, जो जल्द ही 12 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है।

संवाद के दौरान बताया गया कि निर्यात चार लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्यूटिकल्स और खाद्य प्रसंस्करण जैसे प्रमुख क्षेत्रों का पर्याप्त योगदान है।

मंत्री ने मीडिया से कहा, "पीएलआई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत शुरू किए गए सबसे सफल कार्यक्रमों में से एक है।" उन्होंने उद्योग से टिकाऊ प्रथाओं के माध्यम से 'ब्रांड इंडिया' को बढ़ावा देने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले सामानों के उत्पादन को प्राथमिकता देने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

मंत्री ने वैश्विक चैंपियनों के समर्पण, अभिनव उत्पादों के उत्पादन में महत्वपूर्ण निवेश और पीएलआई योजनाओं के माध्यम से रोजगार सृजन में योगदान के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने सीईओ से भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अपने उत्पादों में घरेलू मूल्य संवर्धन बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में, मोबाइल फोन निर्माण अब भारत के कुल उत्पादन का आधा हिस्सा है। वित्त वर्ष 2020-21 से निर्यात में तीन गुना वृद्धि हुई है। फार्मास्युटिकल उद्योग ने आयात पर निर्भरता कम करते हुए थोक दवाओं और जटिल जेनेरिक के घरेलू उत्पादन को पुनर्जीवित किया है। ऑटोमोबाइल क्षेत्र में, वैश्विक चैंपियनों ने देश में पर्याप्त निवेश के साथ इलेक्ट्रिक वाहन पेश किए हैं। चिकित्सा उपकरण उद्योग सीटी स्कैनर जैसे महत्वपूर्ण उपकरणों के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण का साक्षी बना है, जिससे स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा मिला है।

सिरोटेक नेटवर्क्स के सीईओ आदेश वशिष्ठ ने आईएएनएस को बताया कि मंत्री गोयल ने कई सकारात्मक जानकारियां साझा कीं और नई योजनाओं, सरकार के दृष्टिकोण और "हम अपने कारोबार को और अधिक प्रभावी ढंग से कैसे बढ़ा सकते हैं", इस बारे में बात की।

उन्होंने कहा, "हमें यह जानकर भी प्रोत्साहन मिला कि सरकार हमारा समर्थन कर रही है।"

मेरिल लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक सहन सिंह सोलंकी ने आईएएनएस को बताया कि पीएलआई पीएम मोदी द्वारा उठाया गया एक बहुत ही सकारात्मक कदम है, क्योंकि अब हम ऐसे उत्पाद बना रहे हैं जो पहले भारत में उपलब्ध नहीं थे।

"पीएलआई योजना प्रभावी और सस्ती दोनों है। यह देश के साथ-साथ उद्योग के लिए भी फायदेमंद है।"

सहजानंद मेडिकल टेक्नोलॉजीज के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव छिब्बर के अनुसार, उन्हें सबसे उल्लेखनीय बात यह लगी कि आयात पर हमारी निर्भरता को पूरी तरह से खत्म करने के बारे में चर्चा हुई, जैसा कि मंत्री गोयल ने उल्लेख किया।

छिब्बर ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि पीएलआई योजना के तहत शामिल 14 या 15 क्षेत्रों में चिकित्सा उपकरणों और किसी भी उत्पाद की गुणवत्ता को बनाए रखा जाना चाहिए। उन्होंने इस संबंध में उद्योग को पूर्ण सहयोग का वादा किया।

गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (अमूल) के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता ने कहा कि उन्होंने शुरू में करीब 800 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई थी और अब तक 1,100 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा चुका है।

मेहता ने आईएएनएस से कहा, "इस निवेश के साथ हम एक साल में करीब 15 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हासिल कर रहे हैं और अब वैश्विक बाजार की ओर देख रहे हैं।"

--आईएएनएस

एकेजे/

Share this story

Tags