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अब नहीं बिकेगी हल्दीराम, कर रही आईपीओ लाने की तैयारी

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बिज़नस न्यूज़ डेस्क, हाल ही में ब्लैकस्टोन समेत कई कंपनियों ने हल्दीराम को खरीदने की कोशिश की थी. मगर, इनके ऑफर हल्दीराम के मैनेजमेंट को पसंद नहीं आए. अब कंपनी ने बिक्री का आईडिया छोड़कर खुद को मजबूत करने की तैयारी कर ली है. इसके लिए कंपनी आईपीओ लाने के बारे में गंभीरता से विचार कर रही है. 

कम वैल्यूएशन के चलते कंपनी ने बदल लिया मन 
बिजनेस स्टैंडर्ड ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि फूड प्रोड्यूसर और रेस्टोरेंट ऑपरेटर कंपनी हल्दीराम ने विदेशी निवेशकों के साथ बिक्री पर बातचीत बंद कर दी है. हल्दीराम को उम्मीद थी कि उन्हें 12 अरब डॉलर का वैल्यूएशन मिलेगा. मगर, हल्दीराम को खरीदने के लिए कोई भी कंपनी 8 से 8.5 अरब डॉलर से ज्यादा देने को तैयार नहीं थी. इसलिए हल्दीराम स्नैक्स (Haldiram Snacks) के मालिक अग्रवाल फैमिली ने कंपनी बेचने का विचार त्याग दिया है. कंपनी का मानना है कि आईपीओ लाकर वैल्यूएशन में इजाफा किया जा सकता है. 

इन कंपनियों ने दिया था हल्दीराम को ऑफर  
पिछले महीने ब्लैकस्टोन (Blackstone Inc) के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम ने हल्दीराम को खरीदने का ऑफर दिया था. इसमें अबु धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी (Abu Dhabi Investment Authority) और जीआईसी पीटीई (GIC Pte) भी शामिल थे. इसके अलावा बेन एंड कंपनी (Bain & Co) और टेमासेक होल्डिंग्स (Temasek Holdings) ने भी ऑफर दिए थे. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि हल्दीराम के शेयरहोल्डर्स कीमत को नीचे करके अभी भी कंपनी को बेचने का फैसला ले सकते हैं. 

इस साल आईपीओ के जरिए जुटाए गए 3.9 अरब डॉलर 
हल्दीराम की स्थापना 1930 में गंगा बिशन अग्रवाल ने की थी. यह कंपनी कई तरह के स्वीट्स और नमकीन प्रोडक्ट बनाती है. साथ ही दिल्ली और उसके आसपास कंपनी के लगभग 43 रेस्टोरेंट हैं. भारत में इन दिनों आईपीओ मार्केट गुलजार है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, इस साल अब तक आईपीओ के जरिए विभिन्न कंपनियां 3.9 अरब डॉलर इकट्ठे कर चुकी हैं. यह आंकड़ा साल 2023 में आईपीओ के जरिए जुटाई गई राशि का दोगुना है. 

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