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एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 14 फीसदी गिरावट, कर्ज वृद्धि के लिए बैंकिंग सिस्टम हो बेहतर

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बिज़नेस न्यूज डेस्क - चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर अवधि में देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) इक्विटी प्रवाह 14 प्रतिशत घटकर 26.9 अरब डॉलर रह गया। डीपीआईआईटी के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में एफडीआई इक्विटी प्रवाह 31.15 अरब डॉलर था। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कुल एफडीआई प्रवाह भी घटकर 39 अरब डॉलर रह गया। बीमा नियामक आईआरडीए ने बीमा कंपनियों से ओपीडी और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए डॉक्टरों या अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों का एक नेटवर्क बनाने के लिए हेल्थकेयर प्रोफेशनल रजिस्ट्री (एचपीआर) का लाभ उठाने को कहा है। एचपीआर के तहत, केवाईसी या आधार का उपयोग करके स्वास्थ्य पेशेवरों की आईडी बनाई जाती है। इसमें मेडिकल योग्यता भी शामिल है। भारतीय बीमा और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के हिस्से के रूप में HPR को शामिल किया है। यह पूरे भारत में आधुनिक और पारंपरिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने वाले पेशेवरों के पंजीकृत और सत्यापित डॉक्टरों का भंडार है। 

स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों की पेशकश करने वाली सामान्य और स्वास्थ्य बीमा कंपनियां भी ओपीडी या अन्य स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए रजिस्ट्री का लाभ लेने पर विचार कर सकती हैं। भारतीय बैंकिंग प्रणाली उच्च ऋण वृद्धि को बनाए रखने के लिए अच्छी स्थिति में है। एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने बुधवार को कहा कि पिछली कर्ज बढ़ोतरी से सबक लेते हुए इस बार इसकी तैयारी पहले से की गई है। उन्होंने कहा, इस समय सतत विकास देखा जा रहा है। बैंकिंग प्रणाली कई वर्षों से दो अंकों की वार्षिक ऋण वृद्धि को चलाने के लिए संघर्ष कर रही थी। अब यह बहुत ऊंचे स्तर पर है। खारा ने कहा कि कई ऐसे बदलाव हैं जिनसे बैंकों को मदद मिली है। इसमें बैंकरप्सी कोड, जीएसटी नेटवर्क डेटा, रेटिंग इकोसिस्टम और क्रेडिट ब्यूरो जैसे कारक हैं। उन्होंने कहा, 2047 तक जीडीपी को 40 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाना एक बड़ा काम है।

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