मारुति, टाटा, हुंडई और महिंद्रा ससब रह गए देखते इस कंपनी ने 6 महीने में पलट दिया पूरा गेम, बिक्री के मामले में रचा इतिहास
देश में सबसे ज़्यादा कारें बेचने वाली कंपनियों की जब भी बात आती है, तो मारुति सुजुकी का नाम सबसे पहले आता है। हर महीने यह कंपनी देश में लाखों कारें बेच रही है। कारों के लगभग हर सेगमेंट में मारुति का दबदबा है। हालाँकि, साल 2025 के पहले 6 महीनों यानी H1 में मारुति को सालाना ग्रोथ के आधार पर 2% की गिरावट मिली है। देश में सबसे ज़्यादा कारें बेचने वाली 14 कंपनियों में से 9 को सालाना गिरावट और सिर्फ़ 5 को ग्रोथ मिली है। इस लिस्ट में जिन कंपनियों की कारों की सबसे ज़्यादा मांग रही, उनमें स्कोडा सबसे ऊपर रही। स्कोडा को 134% ग्रोथ मिली है। स्कोडा की ग्रोथ में क्विल्क की अहम भूमिका रही। आइए आपको सालाना ग्रोथ के हिसाब से इन कंपनियों की बिक्री के आंकड़े दिखाते हैं।
| नं | कंपनी | H1 2025 सेल्स | H1 2024 सेल्स | ग्रोथ % |
| 1 | स्कोडा | 36,194 | 15,462 | 134 % |
| 2 | महिंद्रा | 301,194 | 250,348 | 20 % |
| 3 | एमजी | 31,602 | 26,903 | 17 % |
| 4 | टोयोटा | 161,531 | 140,027 | 15 % |
| 5 | किआ | 142,139 | 126,137 | 13 % |
| 6 | मारुति सुजुकी | 878,705 | 898,905 | –2 % |
| 7 | फॉक्सवैगन | 18,780 | 19,397 | –3 % |
| 8 | हुंडई | 285,809 | 309,772 | –8 % |
| 9 | टाटा | 269,968 | 293,122 | –8 % |
| 10 | होंडा | 32,096 | 36,871 | –13 % |
| 11 | निसान | 11,723 | 15,041 | –22 % |
| 12 | सिट्रोन | 2,427 | 3,335 | –27 % |
| 13 | जीप | 1,534 | 2,185 | –30 % |
| 14 | रेनो | 16,031 | 23,100 | –31 % |
| ओवरऑल | 2,189,733 | 2,160,605 | 1.3 % |
अगर हम सालाना वृद्धि के हिसाब से H1 2025 में देश में सबसे ज़्यादा कारें बेचने वाली कंपनियों की बिक्री पर नज़र डालें, तो स्कोडा ने H1 2025 में 36,194 गाड़ियाँ बेचीं। जबकि, H1 2024 में उसने 15,462 गाड़ियाँ बेचीं। यानी उसे 134% की सालाना वृद्धि मिली। महिंद्रा ने H1 2025 में 301,194 गाड़ियाँ बेचीं। जबकि, H1 2024 में उसने 250,348 गाड़ियाँ बेचीं। यानी उसे 20% की सालाना वृद्धि मिली। एमजी ने H1 2025 में 31,602 गाड़ियाँ बेचीं। जबकि, H1 2024 में उसने 26,903 गाड़ियाँ बेचीं। यानी उसे 17% की सालाना वृद्धि मिली।
टोयोटा ने H1 2025 में 161,531 गाड़ियाँ बेचीं। जबकि, H1 2024 में उसने 140,027 गाड़ियाँ बेचीं। यानी, इसमें 15% की वार्षिक वृद्धि हुई। किआ ने 2025 की पहली छमाही में 142,139 वाहन बेचे। जबकि, 2024 की पहली छमाही में इसने 126,137 कारें बेचीं। यानी, इसमें 13% की वार्षिक वृद्धि हुई। मारुति सुजुकी ने 2025 की पहली छमाही में 878,705 वाहन बेचे। जबकि, 2024 की पहली छमाही में इसने 898,905 कारें बेचीं। यानी, इसमें 2% की वार्षिक गिरावट हुई। वोक्सवैगन ने 2025 की पहली छमाही में 18,780 वाहन बेचे। जबकि, 2024 की पहली छमाही में इसने 19,397 कारें बेचीं। यानी, इसमें 3% की वार्षिक गिरावट हुई।
हुंडई ने 2025 की पहली छमाही में 285,809 वाहन बेचे। जबकि, 2024 की पहली छमाही में इसने 309,772 कारें बेचीं। यानी, इसमें 8% की वार्षिक गिरावट आई। टाटा ने 2025 की पहली छमाही में 269,968 वाहन बेचे। जबकि, 2024 की पहली छमाही में इसने 293,122 कारें बेचीं। यानी, इसमें 8% की वार्षिक गिरावट आई। होंडा ने 2025 की पहली छमाही में 32,096 वाहन बेचे। जबकि, 2024 की पहली छमाही में इसने 36,871 कारें बेचीं। यानी, इसमें 13% की वार्षिक गिरावट आई। निसान ने 2025 की पहली छमाही में 11,723 वाहन बेचे। जबकि, 2024 की पहली छमाही में इसने 15,041 कारें बेचीं। यानी, इसमें 22% की वार्षिक गिरावट आई।
सिट्रोएन ने 2025 की पहली छमाही में 2,427 वाहन बेचे। जबकि, 2024 की पहली छमाही में इसने 3,335 कारें बेचीं। यानी, इसमें 27% की सालाना गिरावट आई। जीप ने 2025 की पहली छमाही में 1,534 गाड़ियां बेचीं। जबकि, 2024 की पहली छमाही में इसने 2,185 कारें बेचीं। यानी, इसमें 30% की सालाना गिरावट आई। रेनो ने 2025 की पहली छमाही में 16,031 गाड़ियां बेचीं। जबकि, 2024 की पहली छमाही में इसने 23,100 कारें बेचीं। यानी, इसमें 31% की सालाना गिरावट आई। इस तरह, 2024 की पहली छमाही में इन कंपनियों ने कुल मिलाकर 2,189,733 गाड़ियां बेचीं। जबकि, 2024 की पहली छमाही में यह आंकड़ा 2,160,605 यूनिट था। इस तरह इन्हें 1.3% की ग्रोथ मिली।

