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2030 तक इलेक्ट्रिक कारों का होगा दबदबा, 40% रहेगा हिस्सा; 2019 की तुलना में बिक्री में 146 गुना वृद्धि

इलेक्ट्रिक कारों के मामले में यह साल (2025) ऑटो इंडस्ट्री के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है। एक नए अध्ययन से पता चलता है कि इस साल इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में 40% की भारी बढ़ोतरी होगी। फ्रॉस्ट एंड सुलिवन के शोध के अनुसार, इस साल देश में....
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इलेक्ट्रिक कारों के मामले में यह साल (2025) ऑटो इंडस्ट्री के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है। एक नए अध्ययन से पता चलता है कि इस साल इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में 40% की भारी बढ़ोतरी होगी। फ्रॉस्ट एंड सुलिवन के शोध के अनुसार, इस साल देश में नई कारों की बिक्री में बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों (BEV) की हिस्सेदारी 1.38 लाख से अधिक रहने की उम्मीद है। वाहन पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल 99,004 इलेक्ट्रिक कारें बिकीं।

सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कारें

इस साल भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में BEV का दबदबा रहेगा। ET ऑटो की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। देश में EV में SUV की सबसे ज्यादा मांग है और आने वाले सालों में यह मांग और भी बढ़ेगी। फिलहाल भारत में बिक्री के मामले में MG Windsor EV, MG Comet, Tata Nexon EV, Tata Punch EV, Tata Tiago EV सबसे आगे हैं और ये सभी वाहन पिछले साल भी टॉप 5 बेस्ट सेलिंग मॉडल थे। ब्रांड के हिसाब से टाटा मोटर्स, एमजी मोटर्स, महिंद्रा और बीवाईडी के इलेक्ट्रिक वाहन सबसे ज्यादा बिकते हैं।

2030 तक ईवी की बिक्री 7 लाख तक बढ़ सकती है

फ्रॉस्ट एंड सुलिवन (Frost and Sullivan) की रिपोर्ट में बताया गया है कि, 2030 तक भारत में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 7 लाख तक बढ़ सकती है। एमजी, टाटा और महिंद्रा ऐसे प्रमुख ब्रांड होंगे जिनकी ईवी की बिक्री सबसे ऊपर होगी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत को 2030 तक हर 5 इलेक्ट्रिक कारों के लिए एक चार्जिंग पॉइंट की जरूरत होगी।

फिलहाल करीब 60,000 पब्लिक चार्जिंग पॉइंट हैं। प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (PHEV) से इस साल बिक्री में सिर्फ 0.1% का योगदान मिलने की उम्मीद है। इस साल भारत में कई नए इलेक्ट्रिक मॉडल लॉन्च होने वाले हैं। विनफास्ट भी अपनी इलेक्ट्रिक कारें ला रही है। अगले कुछ सालों में ग्राहकों के पास कई विकल्प होने वाले हैं।

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