आजादी के बाद देश में इन शानदार बाइक्स को किया गया खूब पसंद, आज भी किया जाता है याद
जयपुर। हम इस समय अपनी आजादी के जश्न मना रहे है क्योकि हमारा देश 1947 को आजाद हुआ। आजादी के इन सात दशकों में हमारे देश ने कई क्षेत्रों में प्रगति की जिनमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र भी है। आजादी के बाद से हमने देश में कई शानदार मोटरसाइकिले देखी। आजादी के बाद भारत में सबसे पहला बाइक यामाहा आरडी 350 था जिसे टू-स्ट्रॉक के साथ बेचा जाता था।

रॉयल एनफील्ड की मोटरसाइकिलें भारत के आजाद होने के बाद सबसे ज्यादा बेची गई। रॉयल एनफील्ड की बुलेट 350 का इस्तेमाल देश के बॉर्डर पर गस्त लगाने के लिए किया जाता था। 1955 में यूके की रॉयल एनफील्ड और मद्रास मोटर्स ने भारत में एक फैक्ट्री खोली जो कि चेन्नई में स्थित थी।

भारत में आजादी के बाद येज्दी कंपनी की रोडकिंग मोटरसाइकिल कापी पंसद की जाती थी। यह मोटरसाइकिल मूल रुप से चेक-मूल जावा मोटरसाइकिल का भारतीय वर्जन था। इस कंपनी ने भारत में 1973 से अपनी बाइक को बेचना शुरु किया और काफी सफल रहा। कंपनी की मोटरसाइकिल रोडकिंग 1978 से लेकर 1996 तक भारतीय बाजार मे बेचा गया है।

हमारे देश के आजाद होने के बाद हीरो होंडा सीडी100 भी लोगों की पसंदीदा मोटरसाइकिल थी। उस समय हीरो और होंडा एक ही हुआ करते थे यानी ये दोनों साथ मिलकर मोटरसाइकिलों का निर्माण किया करते थे। सीडी100 को 1983 में तैयार किया गया था। आप इस शानदार मोटरसाइकिल को आज भी सड़को पर दौड़ते देख सकते है।

यामाहा की आरएक्स100 को भारत में 1985 से बेचा जा रहा है। इस बाइक को उस समय रेसिंग बाइक के रुप में जाना जाता था। कंपनी इस बाइक को लेकर दावा करती थी कि यह बाइक 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है।


