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Hyundai ने रिकॉल की Ioniq 5 की 1,744 इलेक्ट्रिक कारें, इस खराबी के कारण कंपनी को उठाना पड़ा ये कदम 

Hyundai ने रिकॉल की Ioniq 5 की 1,744 इलेक्ट्रिक कारें, इस खराबी के कारण कंपनी को उठाना पड़ा ये कदम 

ऑटो न्यूज डेस्क - देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर इंडिया ने अपनी इलेक्ट्रिक एसयूवी Ioniq 5 को वापस मंगाया है। इस रिकॉल से 1,744 यूनिट प्रभावित हुई हैं। इस बार हुंडई Ioniq 5 को उसके चार्जिंग कंट्रोल यूनिट में तकनीकी खराबी के चलते वापस मंगाया गया है। जिन वाहनों में खराबी पाई गई है, उनकी मरम्मत मुफ्त में की जाएगी। कंपनी ने 21 जुलाई 2022 से 30 अप्रैल 2024 के बीच निर्मित Ioniq 5 को वापस मंगाया है। देश में रिकॉल का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है।

क्या है रिकॉल?
रिकॉल का मतलब है वापस बुलाना। आसान शब्दों में कहें तो जब कंपनी को अपने किसी वाहन में खराबी की जानकारी मिलती है तो उसे ठीक करने के लिए वापस बुलाया जाता है, जिसे रिकॉल कहते हैं। वापस मंगाए गए वाहन की मरम्मत मुफ्त में की जाती है।

क्या है दिक्कत?
कंपनी के मुताबिक, Ioniq 5 में बैटरी के कंट्रोल यूनिट में खराबी पाई गई है। इसकी 12V की बैटरी डिस्चार्ज हो सकती है। इस खराबी को ठीक करने के लिए 1,744 वाहनों को वापस मंगाया गया है। अब जिनके पास हुंडई आयोनिक 5 है उन्हें अपने नजदीकी डीलरशिप से संपर्क करना होगा जहां गाड़ी की जांच की जाएगी और फिर बिना किसी खर्चे के इस खराबी को ठीक किया जाएगा। हुंडई इंडिया ने पिछले साल जनवरी 2023 में देश में आयोनिक 5 को कंप्लीटली नॉक्ड डाउन (CKD) यूनिट के तौर पर लॉन्च किया था। यानी भारत में बिकने वाली सभी आयोनिक 5 रिकॉल से प्रभावित हुई हैं। हुंडई ने कहा कि जिन कारों को रिकॉल किया गया है उनकी मरम्मत मुफ्त में की जाएगी।

631 किलोमीटर की रेंज
हुंडई आयोनिक 5 की एक्स-शोरूम कीमत 46.05 लाख रुपये है। इसमें 72.6 kWh का बैटरी पैक दिया गया है। जो 216 bhp की पावर और 350 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। हुंडई का दावा है कि यह कार सिंगल चार्ज में 631 किलोमीटर की दूरी तय करती है और 18 मिनट में 10% से 80% चार्ज हो जाती है।

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देश में पहले भी रिकॉल के मामले सामने आए हैं
साल 2022 में हुंडई ने वैश्विक बाजार से अपनी 2.39 लाख से ज्यादा गाड़ियों को वापस मंगाया है। बताया जा रहा है कि इन कारों के सीट-बेल्ट प्रीटेंशनर में कुछ खराबी पाई गई है। दुर्घटना के दौरान सीट-बेल्ट सक्रिय होने पर इसके फटने का खतरा था। इस रिकॉल में 2019-2022 के बीच बनी एक्सेंट, 2021-2023 के बीच बनी एलांट्रा और 2021-2022 के बीच बनी एलांट्रा HEV हाइब्रिड इलेक्ट्रिक गाड़ी शामिल हैं।

मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा रिकॉल
पिछले साल जनवरी (जनवरी 2023) में मारुति सुजुकी ने अपनी एसयूवी ग्रैंड विटारा की 11,177 यूनिट्स को वापस मंगाया था। इन कारों को कार की सीट बेल्ट में खराबी के कारण वापस मंगाया गया था, ताकि रियर सीट बेल्ट माउंटिंग ब्रैकेट में संभावित खराबी को ठीक किया जा सके। मारुति ने 8 अगस्त 2022 से 15 नवंबर 2022 के बीच बनी प्रभावित कारों की मुफ्त मरम्मत की थी। जबकि इससे ठीक पहले मारुति ने एयरबैग में खराबी के चलते ऑल्टो K10, ब्रेज़ा और बलेनो की 17,362 यूनिट्स को वापस मंगाया था।

निसान ने किया था सबसे बड़ा रिकॉल
निसान ने पिछले साल फरवरी में 463,000 से ज़्यादा कारों को वापस मंगाया था क्योंकि सीट बेल्ट और स्टीयरिंग व्हील में दिक्कतें पाई गई थीं। कंपनी ने 2008 से 2011 तक कुछ फ्रंटियर छोटे पिकअप, टाइटन बड़े पिकअप और एक्सटेरा, पाथफाइंडर और आर्मडा एसयूवी को वापस मंगाया था।

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