नकली हेलमेट्स कभी भूल कर भी नही करें इस्तेमाल, आखों से लेकर सिर तक को पहुंचा सकती है नुकसान
जयपुर। हमारे लिए यह बहुत ही जरूरी है कि हम परिवहन नियमों का पालन करें क्योंकि यह ना केवल ट्रैफिक सिस्टम को बेहतर रखती है बल्कि हमें सुरक्षित भी रखती है। सुरक्षा की दृष्टी से नियम के अनुसार, बाइक चलाते समय हेलमेट का पहनना अनिवार्य है लेकिन आज कल के समय में लोग हेलमेट दुर्घटना से बचने के लिए बल्कि पुलिस से बचने के लिए पहनने लगे है। इसके लिए लोग नकली और सस्ते हेलमेट खरीदने लगे है।

पर क्या आपको पता है कि कुछ रूपये सस्ते में मिलने वाले ये हेलमेंट दुर्घटना के दौरान ना तो आपकी सुरक्षा कर सकती है और ना पुलिस से। जी हां, बहुत जल्द देश में नकली हेलमेंट्स पर पाबंदी लगने जा रहा है। और अगर कोई वाहन चालक नकली हेलमेट का इस्तेमाल करते हुए पकड़ा गया को उन्हें जुर्माना भरना पड़ सकता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नकली हेलमेट बनाने में घटिया और हल्की क्वालिटी का इस्तेमाल किया जाता है, वहीं इसमें लगे वाइजर भी यूवी प्रोटेक्ट नहीं होते है। इसकी वजह से तेज धूप में आंखों की सुरक्षा नहीं हो पाती। इतना ही नहीं रात में सामने से आ रहे वाहनों की हाई बीम रोशनी भी सीधा आंखों पर असर डालती है, जिसकी वजह से आंखों की रोशनी पर बुरा असर हो सकता है।

देश में मजबूत और आईएसआई मार्का वाले हेलमेट तैयार करने वाली मशहूर कंपनी स्टीलबर्ड हेलमेट के एमडी राजीव कपूर का कहना है कि लोगों को कभी भी कुछ पैसे बचाने के खातिर जान पर नही खेलना चाहिए। इसलिए हमेशा ISI मार्क वाला ही हेलमेट खरीदना और पहनना चाहिए। कोई भी कंपनी असली ISI मार्क वाला हेलमेट 300 या 400 रुपये में कभी नही बना सकता लेकिन इसके बावजूद बाजार में कम कीमत में हेलमेट बेचे जा रहे है। यह हेलमेट आपको चालान से जरूर बचा सकता है, लेकिन दुर्घटना होने पर आपकी जान नहीं बचा सकता।


