उत्तर दिशा में छिपे है आपके सवालों के जवाब, इस उपाय को करते ही बदल जायेगी दशा
वास्तुशास्त्र हमारे भारत की प्राचीनतम वैज्ञानिक विधाओं में से एक हैं। आज भी वास्तु के सिद्धांतों का पालन किया जा रहा हैं। क्योकि लोगो को समझ आ गया है,कि जो भी निर्माण भवन स्थापतय कला के अनुरूप नहीं हैं। वहा लोगो को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं।
कुबेर की दिशा में छिपा हैं आपकी सफलता का राज—
इस दिशा को भगवान कुबेर की दिशा भी कहा जाता हैं। भगवान कुबेर ही जीवन में धन,नए अवसर प्रगति की अपार संभावनाएं और सुख एवं आनंद देने वाले देवता जाने जाते हैं।
वही उत्तर दिशा जोन के दो वास्तु देवता हैं प्रथम देवता हैं भल्लाट जो कि इस जोन में उत्तर 4 द्वार के स्वामी हैं। शरीर की बायी बांह को यही देवता नियंत्रित करते हैं। उत्तर 5 द्वार के वास्तु देवता हैं सोम। शरीर के बांये कंधे को ये देवता नियंत्रित करते हैं। विचारों को हकीकत तक पहुंचने का काम यही वास्तु देवता ही करते हैं। तो आइए जानते हैं,इसी शुभ दिशा से जुड़े चमत्कारी वास्तु टिप्स—
उत्तर दिशा में दर्पण सदैव ही शुभ माना जाता हैं। नयी नौकरियां व्यवसाय की उन्नति के लिए इस दिशा में दर्पण बहुत शुभ होता हैं। वही घर के उत्तर मण्डल की दीवारों पर हमेशा ही हल्के नीले रंग का पैंट करवाएं,इससे आपके घर में धन एवं अवसर प्रचुक मात्र में उपलब्ध होंगे। वही उत्तर मंडल में तिजोरी रखना भी बहुत ही शुभ माना जाता हैं। यहां मनी प्लांट भी लगा सकते हैं। शुभता को बढ़ाने के लिए मुख्य द्वार के दोनो और बुधवार की सुबह बकरी का दूध रखें तथा संध्या को उसे पानी में प्रवाहित कर दें। अथवा किसी पेड़ के नीचे रख दें।

