ग्रहों ककी चाल से आज इन 3 राशियों को मिल सकता है धोखा, नुकसान से बचना है तो फूंक-फूंककर रखे हर कदम
12 जून 2025 का दिन ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। इस दिन आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि दोपहर 2:27 बजे तक रहेगी, उसके बाद द्वितीया तिथि शुरू हो जाएगी। मूल नक्षत्र रात 9:57 बजे तक प्रभावी रहेगा। इसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का प्रभाव शुरू हो जाएगा। शुभ योग दोपहर 2:05 बजे तक रहेगा, उसके बाद शुक्ल योग शुरू हो जाएगा। कौलव करण दोपहर 2:27 बजे तक सक्रिय रहेगा, उसके बाद तैतिल करण शुरू हो जाएगा। ग्रहों की स्थिति की बात करें तो चंद्रमा दिनभर धनु राशि में रहेगा, जिसका कई राशियों पर भावनात्मक और मानसिक स्तर पर प्रभाव पड़ेगा। शुक्र मेष राशि में, सूर्य वृषभ राशि में, बुध और बृहस्पति मिथुन राशि में, मंगल और केतु सिंह राशि में, राहु कुंभ राशि में और शनि मीन राशि में रहेंगे। ग्रह-नक्षत्रों की यह युति कुछ राशियों के लिए चुनौतियां लेकर आ सकती है, जिसके चलते सावधानी और उपाय की जरूरत होगी। आइए जानते हैं किन राशियों के लिए यह दिन ठीक नहीं रहेगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि में बुध और बृहस्पति की युति इस राशि के जातकों की बौद्धिक क्षमता और संचार कौशल को बढ़ाएगी। हालांकि, चंद्रमा का धनु राशि में होना और मूल नक्षत्र का प्रभाव संचार में भ्रम और गलतफहमियां पैदा कर सकता है। कार्यस्थल पर सहकर्मियों या वरिष्ठों के साथ तनाव की स्थिति बन सकती है। व्यापारियों को सौदों में सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि जल्दबाजी में लिए गए फैसले आर्थिक नुकसान का कारण बन सकते हैं। कोई करीबी धोखा दे सकता है, इसलिए सतर्कता जरूरी है। प्रेम संबंधों में छोटी-छोटी बातों पर बहस या गलतफहमी हो सकती है। स्वास्थ्य की दृष्टि से जोड़ों में दर्द, त्वचा संबंधी समस्या या अत्यधिक थकान आपको परेशान कर सकती है। मानसिक तनाव से बचने के लिए ध्यान और योग लाभकारी रहेगा। उपाय: भगवान गणेश को 21 दूर्वा घास चढ़ाएं और 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे बौद्धिक भ्रम और मानसिक तनाव कम होगा।
धनु राशि
चंद्रमा का धनु राशि में होना और मूल नक्षत्र का प्रभाव इस राशि के जातकों के लिए भावनात्मक अस्थिरता पैदा कर सकता है। इस दिन निर्णय लेने में भ्रम की स्थिति बन सकती है, जिसके कारण महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए। कार्यस्थल पर सहकर्मियों या वरिष्ठों से मतभेद हो सकते हैं, जिससे कार्य प्रगति प्रभावित हो सकती है। पारिवारिक जीवन में छोटी-छोटी बातों पर जीवनसाथी या परिवार के सदस्यों से विवाद होने की संभावना है। यह तनाव भावनात्मक रूप से भारी पड़ सकता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से सिरदर्द, नींद की कमी या पाचन संबंधी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। इस दिन मानसिक शांति के लिए ध्यान और प्राणायाम लाभकारी रहेगा। उपाय: भगवान विष्णु को पीले फूल चढ़ाएं और 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे चंद्रमा का नकारात्मक प्रभाव कम होगा और मानसिक स्थिरता मिलेगी।
कुंभ राशि
राहु का कुंभ राशि में और चंद्रमा का धनु राशि में होना इस राशि के जातकों के लिए मानसिक तनाव और अनिश्चितता का कारण बन सकता है। कार्यस्थल पर अप्रत्याशित चुनौतियों या अतिरिक्त दबाव का सामना करना पड़ सकता है। नौकरीपेशा लोगों को अपने काम में सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि छोटी-छोटी गलतियों से बड़ा नुकसान हो सकता है। पारिवारिक जीवन में माता-पिता या जीवनसाथी के साथ तनाव की स्थिति बन सकती है। स्वास्थ्य के लिहाज से नींद की कमी, तनाव या पाचन संबंधी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। इस दिन मानसिक शांति के लिए ध्यान या हल्का व्यायाम जैसी तनाव कम करने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता दें। उपाय: भगवान शिव को बेलपत्र और जल चढ़ाएं और 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे राहु के नकारात्मक प्रभाव कम होंगे और मानसिक शांति मिलेगी।

