बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए आज जरूर करें इन मंत्रों का जाप, मिलेगा लाभ
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हर किसी के जीवन में ज्योतिषशास्त्र और ग्रह नक्षत्रों का विशेष महत्व होता हैं वही ज्योतिष में खगोलीय घटना खास मानी गई हैं जब ग्रह और नक्षत्र की चाल बदलती हैं तो जातक पर अनुकूल और प्रतिकूल दोनों प्रभाव पड़ता हैं अगर ग्रह की चाल वक्री है, तो प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हैं वही ग्रह की चाल मार्गी होने पर जातक पर अनुकूल प्रभाव पड़ता हैं।

अत: जातक के जीवन में कभी स्थिरता तो कभी गति आती हैं ज्योतिष की मानें तो राशि में शुभ ग्रह के कमजोर रहने से शुभ और मंगल कार्यों में अड़चनें आने लगती हैं खासकर बृहस्पति के कमजोर होने से मांगलिक कार्यों में बहुत दिक्कत आती हैं ऐसे जातकों को गुरुवार का व्रत और पूजा करनी चाहिए साथ ही बृहस्पति मंत्र का जाप भी करना चाहिए अगर आपके बने काम बिगड़ रहे हैं तो गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए इन मंत्रों का जाप करना लाभकारी होगा, तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं गुरू के प्रभावी मंत्र, तो आइए जानते हैं।

बृहस्पति ग्रह का प्रभावी मंत्र—
देवानाम च ऋषिणाम च गुरुं कांचन सन्निभम।
बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्।।
-ॐ बृं बृहस्पतये नमः।।
-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।।
ॐ ह्रीं नमः।
ॐ ह्रां आं क्षंयों सः ।।
बृहस्पति मंत्र जाप—
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः!
ॐ बृं बृहस्पतये नमः!

बृहस्पति का ध्यान मंत्र—
रत्नाष्टापद वस्त्र राशिममलं दक्षात्किरनतं करादासीनं,
विपणौकरं निदधतं रत्नदिराशौ परम्।
पीतालेपन पुष्प वस्त्र मखिलालंकारं सम्भूषितम्,
विद्यासागर पारगं सुरगुरुं वन्दे सुवर्णप्रभम्।।
बृहस्पति विनियोग मंत्र—
ॐ अस्य बृहस्पति नम:
ॐ अनुष्टुप छन्दसे नम:
ॐ सुराचार्यो देवतायै नम:
ॐ बृं बीजाय नम:
ॐ शक्तये नम:
ॐ विनियोगाय नम:
ऊं अंशगिरसाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि तन्नो जीव: प्रचोदयात्।
गुरु का वैदिक मंत्र जाप—
ओम बृहस्पते अति यदर्यो अर्हाद् द्युमद्विभाति क्रतुमज्जनेषु।
यद्दीदयच्छवस ऋतप्रजात तदस्मासु द्रविणं धेहि चित्रम्।।
अविवाहितों को "ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः!" मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए इस मंत्र के जाप से जातक का शीघ्र विवाह हो जाता हैं।


