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इस तरह की लोहे की अंगूठी पहनने से हमेशा भरी रहेगी आपकी तिजोरी, बरसेगा पैसा ही पैसा

जयपुर। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान शनि का प्रतीक माना जाता है लोहा। लोहे से बनी अंगूठी को धारण करने से शनि की कृपा जीवन में बनी रहती है। इसके साथ ही ऐसा माना जाता है कि जिस की कुंडली में शनि की महादशा और अन्तर्दशा चल रही हैं उसको जीवन मे कई परेशानी का
इस तरह की लोहे की अंगूठी पहनने से हमेशा भरी रहेगी आपकी तिजोरी, बरसेगा पैसा ही पैसा

जयपुर। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान शनि का प्रतीक माना जाता है लोहा। लोहे से बनी अंगूठी को धारण करने से शनि की कृपा जीवन में बनी रहती है। इसके साथ ही ऐसा माना जाता है कि जिस की कुंडली में शनि की महादशा और अन्तर्दशा चल रही हैं उसको जीवन मे कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। जो व्यक्ति शनि की कुदृष्टी से पीड़ित होंता है इससे बचने के लिए कई तरह के उपाय करता हैं।

इस तरह की लोहे की अंगूठी पहनने से हमेशा भरी रहेगी आपकी तिजोरी, बरसेगा पैसा ही पैसा

ज्योतिष शास्त्र  में माना जाता है कि धातुओं और ग्रहों का आपस में धनिष्ठ संबंध हैं। अगर कुंड़ली में ग्रह विप​रीत स्थिति में हो, तो जीवन में इसके कारण नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं। इसके लिए ग्रह से संबंधित धातु धारण करने से ग्रहों की स्थिति को सुधारा जा सकता है।

इस तरह की लोहे की अंगूठी पहनने से हमेशा भरी रहेगी आपकी तिजोरी, बरसेगा पैसा ही पैसा

  • शनि दोष से परेशान लोगो के लिए माना जाता है कि घोड़े की नाल के छल्ले का प्रयोग बहुत शुभ रहता है। इसका प्रयोग शनि के दुष्प्रभावो से बचने के लिए किया जाता हैं। इस छल्ले को दाहिने हाथ की माध्यम अंगुली में पहना जाता है। हस्तरेखा के अनुसार इस उंगली के नीचे शनि पर्वत  होता हैं। इस छल्ले को धारण करने से जीवन में सुख संपत्ति और समृद्धि आती हैं।

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  • शनि देव के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए व शनि को शांत करने के लिए लोहे के छल्ले को धारण किया जाता हैं। ऐसा करने से शनिदेव के अशुभ प्रभाव को शांत किया जा सकता है। लेकिन यह छल्ला सामान्य लोहे की नहीं बनाई जाती बल्की काले घोड़े की नाल, जो नाल खुद ही घोडे के पैरों से निकल गयी हो उस नाल को शनिवार के दिन प्रयोग किया जाता है।

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